लव जिहाद के खिलाफ प्रस्तावित बिल का ड्राफ्ट तैयार करने की कवायद तेज, गृहमंत्री ने मंत्रालय में अफसरों के साथ बैठक की व कानून को सख्त करने की कहा

भोपाल. लव जिहाद के खिलाफ प्रस्तावित बिल का ड्राफ्ट तैयार करने की कवायद तेज हो गई है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने मंत्रालय में अफसरों के साथ बैठक की और कानून को सख्त करने की जानकारी दी। आज शाम मुख्यमंत्री निवास पर सीएम शिवराज भी इसी मुद्दे पर बैठक लेने जा रहे है। इसमें गृहमंत्री समेत तमाम उच्चाधिकारी शामिल होंगे। इसमें ड्राफ्ट को फाइनल किया जा सकता है। कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिस तेजी से यह कानून बनाया है उसी की राह पर शिवराज सरकार आगे बढ़ रही है।

मर्जी से धर्म बदलना हो तो 1 महीने पहले कलेक्टर को आवेदन दे

इससे पहले सुबह हुई बैठक में गृहमंत्री ने कहा कि लव जिहाद के खिलाफ सख्त कानून बनाया जा रहा है। कानून में दोषियों को 10 साल की प्रावधान किया जाएगा। पहले यह सजा 5 साल प्रस्तावित की गई थी। गृहमंत्री ने बताया कि यदि मर्जी से धर्म बदलना हो तो 1 महीने पहले कलेक्टर को आवेदन देने का प्रावधान किया जा रहा है। बैठक में अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा सहित अन्य वरिष्ठ अफसर भी मौजूद रहे। बता दें कि विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर रामेश्वर शर्मा लव जिहाद के दोषियों को 10 साल सजा का प्रावधान कानून में करने की मांग कर चुके है।

धर्मांतरण कराने वालों को भी सजा देने का प्रावधान इस कानून में रहेगा

प्रस्ताव के अनुसार गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज किया जाएगा और 10 साल तक की सजा का प्रावधान रहेगा। लव जिहाद जैसे मामलों में सहयोग करने वालों को भी मुख्य आरोपी बनाया जाएगा और उन्हें अपराधी मानते हुए मुख्य आरोपी की तरह ही सजा होगी। वहीं उन्होंने कहा कि शादी के लिए धर्मांतरण कराने वालों को भी सजा देने का प्रावधान इस कानून में रहेगा।

सरकार इस बिल की सभी तकनीकी और कानूनी औपचारिकताओं को जल्द से जल्द पूरा करना चाहती है। वरिष्ठ सदस्य सचिव समिति की मंजूरी के बाद प्रस्तावित बिल राज्य कैबिनेट में मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इसके बाद सरकार इस बिल को विधानसभा के शीतकालीन सत्र में पेश करेगी। इधर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने विधानसभा शीतकालीन सत्र 28 दिसंबर से आहूत करने की मंजूरी दे दी है।