रडार पर मुरैना-भिंड के एंट्री प्वॉइंट, उपचुनाव के लिए निगरानी करने 20 नाका प्वॉइंट लगाए

ग्वालियर. तीन विधानसभाओं में उपचुनाव के लिए निगरानी करने 20 नाका प्वॉइंट लगाए गए है लेकिन पुलिस का फोकस सबसे ज्यादा मुरैना और भिंड से शहर के एंट्री प्वॉइंटस के नाकों पर रहेगा। पुलिस अफसर मानते है कि इन दोनों रस्तों से आमतौर पर भी अपराधियों का मवूमेंट ज्यादा होता है। इन नाकों पर कड़ी कसावट जरूरी है क्योंकि खुटका इन्हीं एंट्री प्वॉइंटस से अपराधियों, चुनाव में गड़बड़ी करने वालों की आवाजाही का है।

पुलिस अधिकारियों के अनुसार हाल में उपचुनाव को लेकर बॉर्डर मीट हुई थी उसमें भी यह बात उठी थी। तय हुआ था कि दोनों जिलों की पुलिस तालमेल से बॉर्डर पर गस्त करेगी। उन होल्स पर नजर रखी जाएगी जिनके जरिए उपचुनाव में बाहरी लोगों की आवाजाही नहीं हो।

एक्शन प्लान में पुलिस ने मुरैना से शहर में घुसने के लिए निरावली और महाराजपुरा पर बरेठा चेकिंग प्वॉइंट की निगरानी में कसावट की है लेकिन इसके अलावा चोर रास्ते उसके लिए सिरदर्द है। मुरैना से शहर में घुसने के लिए बामौर से गांवों के लिए दो रास्ते है एक रास्ता ओवर ब्रिज के बाजू से खुलता है तो दूसरा तिलावली गांव होकर पुरानी छावनी और तिघरा जाता है। इसी तरह रिठौरा शनिचरा होकर आने वाला रास्ता भी आवाजाही का बड़ी जरिया है। उधर भिंड से भी शहर में दाखिल होने के लिए बरेठा हाईवे के अलावा बेहट, उटीला होकर भी सीधा रास्ता गांवों से होकर भिंड जाता है। यह तो वह रास्ते है जो नजर में है लेकिन दोनों जिलों की सरहद पर गांवों के अंदरूनी रास्तों पर निगरानी कैसे होगी पुलिस के लिए उसे रोकना भी चुनौती है।