हाथरस कांड: गिरफ्तार हुए चार लोगों से पूछताछ करना चाहती है ED, आज कोर्ट में सुनवाई

हाथरस गैंगरेप कांड से इतर इस पूरे मामले में जातीय दंगा फैलाने की साजिश होने की भी जांच की जा रही है. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से ये दावा किया गया था, जिसके बाद यूपी पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया था. इस मामले में विदेशी फंडिंग की बात भी सामने आई थी, जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय की भी एंट्री हुई. अब इस मामले में मंगलवार को मथुरा की स्थानीय अदालत में सुनवाई होनी है.

आपको बता दें कि पांच अक्टूबर को यूपी पुलिस ने मथुरा के रास्ते पर जिन चार लोगों को गिरफ्तार किया था, इनमें मुजफ्फरनगर के अतीक-उर रहमान, बहराइच के मसूद अहमद, रामपुर के आलम और केरल के मलप्पुरम के सिद्दीकी कप्पन शामिल हैं. सभी पर UAPA के तहत केस दर्ज किया गया. पुलिस का दावा था कि इनके पास कुछ ऐसी सामग्री मिली थी, जो कि हाथरस में विरोध प्रदर्शन को उकसाने वाली थी.

इसी केस में सोमवार को ईडी के डिप्टी डायरेक्टर विनय कुमार की अगुवाई में टीम सीजीएम कोर्ट पहुंची. यहां जेल में पूछताछ के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया, सहायक शासकीय अधिवक्ता बृजमोहन ने बताया कि ईडी ने अपना पक्ष रखा है अगली सुनवाई मंगलवार को होगी.

गिरफ्तार किए गए चार लोगों में एक केरल के पत्रकार सिद्दीकी कप्पन भी शामिल हैं, जिनकी ओर से सुप्रीम कोर्ट में जमानत के लिए याचिका दायर की गई थी. सुप्रीम कोर्ट ने अभी इस याचिका को लौटाते हुए उचित कोर्ट में जाने को कहा है, साथ ही कहा है कि अगर जमानत नहीं मिलती है तो वो फिर सुप्रीम कोर्ट आ सकते हैं.

गौरतलब है कि हाथरस में गैंगरेप की घटना के बाद जब पीड़िता की मौत हुई तो राजनेताओं का जमावड़ा लगा. इसके अलावा लगातार लोगों का आना-जाना शुरू हुआ, यूपी सरकार की ओर से इसके बाद आरोप लगाया गया कि हाथरस के बहाने प्रदेश में जातीय दंगा भड़काने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए फंड इकट्ठा की गई है और लोगों को भड़काया जा रहा है.