रोगी को सड़क पर छोड़ जाने की घटना अमानवीय और निंदनीय

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना मरीज को अस्पताल के बहार छोड़ने की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए घटना की जाँच के आदेश दिये है। उन्होंने कहा कि यह घटना अमानवीय और निंदनीय है। घटना के दोषी लोगों के विरुद्ध कार्यवाही की जाए|
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में गत साढ़े तीन माह से कोरोना पर नियंत्रण के कार्य के साथ ही एक-एक रोगी का उपचार सर्वोच्च प्राथमिकता से सुनिश्चित किया जा रहा है। प्रत्येक जिले में स्वास्थ्य विभाग का अमला सजग है। कोविड केयर सेंटर सुचारु रूप से कार्य कर रहे हैं। प्रतिदिन जिले से लेकर राज्य स्तर की गहन समीक्षा की जा रही है। इसी स्थिति में किसी रोगी को गंभीर स्थिति में अस्पताल प्रबंधन, एम्बुलेंस संचालक या किसी भी अन्य व्यक्ति द्वारा अपने हाल पर छोड़ दिए जाने की घटना बहुत गंभीर है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस घटना के दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने वीडियो कान्फ्रेस द्वारा कोरोना की स्थिति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि संदिग्ध कोरोना रोगियों की शीघ्र पहचान और कान्टेक्ट ट्रेसिंग कार्य पूरी गंभीरता से जारी रहे। किल कोरोना अभियान में घर-घर पहुँचकर सर्वे दल सेम्पलिंग का कार्य बढ़ाएं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि अधिक से अधिक सेंपल लिए जाने से वायरस के नियंत्रण का कार्य आसान होगा। सर्दी-खांसी जुकाम के लक्षणों वाले व्यक्तियों में जो गंभीर दिखायी दें उनका सेम्पल लेकर अविलंब उपचार प्रारंभ करें। बैठक में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस उपस्थित थे।