रिलायंस की राह पर एयरटेल, डेटा सेंटर में 25 फीसदी हिस्सा अमेरिकी ग्रुप को बेचेगी

रिलायंस जियो की तरह अब टेलीकॉम दिग्गज भारती एयरटेल ने भी पूंजी जुटाने के लिए हिस्सेदारी बेचने का रास्ता अपनाया है. भारती एयरटेल की सब्सिडियरी 'नेक्सट्रा डेटा' (Nxtra) में अमेरिकी निवेश ग्रुप कार्लाइल (Carlyle) 25 फीसदी हिस्सेदारी लेगा. इससे एयरटेल को करीब 1,780 करोड़ रुपये हासिल होंगे.

इस कारोबार में बाकी 75 फीसदी हिस्सेदारी एयरटेल के पास बनी रहेगी. इस पूंजी का इस्तेमाल Nxtra देश भर में अपने इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए करेगी. इस डील से कंपनी का एंटरप्राइज वैल्यू करीब 9,084 करोड़ रुपये का हो जाता है.

क्या कहा भारती एयरटेल ने?

भारती एयरटेल ने एक बयान में कहा है कि नेक्स्ट्रा डेटा में कम्फर्ट इन्वेस्टमेंट 235 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा. कम्फर्ट इन्वेस्टमेंट कार्लाइल ग्रुप द्वारा मैनेज किए जाने वाले फंड कैप वी मॉरीशस से जुड़ा है.

इसके पहले रिलायंस समूह की जियो प्लेटफॉर्म्स ने करीब एक दर्जन कंपनियों को हिस्सेदारी बेचकर करीब 1.15 लाख करोड़ रुपये की पूंजी जुटाई थी. रिलायंस ने इस तरह कर्ज बोझ से पार पा लिया है. कंपनी पर 31 मार्च, 2020 तक 1,61,035 करोड़ रुपये का कर्ज था जिससे वह आसानी से मुक्त हो गई.

अभी इस डील को कॉम्पिटीशन कमीशन ऑफ इंडिया (CCI) से भी मंजूरी मिलने का इंतजार है. नेक्स्ट्रा का मुख्यालय नई दिल्ली में है. यह बड़ी-बड़ी भारतीय और ग्लोबल एंटरप्राइजेज, स्टार्टअप आदि को अपनी सेवाएं मुहैया कराती है. नेक्स्ट्रा के देश भर में 10 बड़े डेटा सेंटर हैं.

अच्छी कारोबारी संभावना

गौरतलब है कि भारत में आगे चलकर डेटा सेंटर की मांग काफी बढ़ने वाली है, क्योंकि देश में डिजिटल सेवाएं काफी बढ़ रही हैं और सरकार डेटा के लोकलाइजेशन पर जोर दे रही है. इसका फायदा उठाने के लिए Nxtra देश में बड़े-बड़े डेटा सेंटर बना रही है.