MP: भोपाल में 'किल कोरोना', घनी बस्तियों में सर्वे कर रही स्वास्थ्य टीम

मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैला है. इंदौर के साथ ही राजधानी भोपाल में भी कोरोना संक्रमितों की तादाद तेजी से बढ़ने लगी है. शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश से कोरोना को खत्म करने के लिए 'किल कोरोना' अभियान शुरू किया. सूबे की राजधानी भोपाल में सर्वे के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम युद्ध स्तर पर सर्वे और सैंपलिंग में जुट गई है.

  • घनी बस्तियां लिस्टेड कर सैंपलिंग कर रही टीम
  • लोगों से ली जा रही स्वास्थ्य संबंधी जानकारी

स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन की ओर से कोरोना के खिलाफ चलाए जा रहे इस अभियान की हकीकत देखने के लिए आजतक की टीम भोपाल के सबसे बड़े हॉटस्पॉट में से एक बाणगंगा इलाके में पहुंची. बाणगंगा इलाके में किल कोरोना अभियान के तहत सर्वे किया जा रहा था. यहां बीते दिनों अचानक से पॉजिटिव केसेस आने की संख्या बढ़ गई है. लिहाजा ये इलाका पहले से ही प्रशासन की सख्त निगरानी में है.

लोगों से उनकी सेहत के बारे में पूछा जा रहा है और साथ ही उनका तापमान जांचा जा रहा है. कोरोना के लक्षण होने पर रैपिड टेस्ट किट से उसकी जांच भी की जा रही है. भोपाल के 50 से अधिक इलाकों में यह अभियान चलाया जा रहा है. किल कोरोना अभियान की बात करें तो इसमें मध्य प्रदेश की करीब 7.5 करोड़ की आबादी में बुखार का सर्वे किया जाना है. स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए प्रदेश भर में करीब 23 हजार से अधिक लोगों की टीम तैयार की है.

भोपाल में करीब आठ सौ सदस्यों की अलग-अलग टीम रोजाना करीब 1 लाख लोगों का सर्वे करेंगी. इस अभियान को पूरे प्रदेश में लागू किए जाने के बाद करीब 50 लाख लोगों का सर्वे एक दिन में करने का लक्ष्य रखा गया है. भोपाल में अभियान पर सरकार की सीधी नजर है और भोपाल के जिलाधिकारी अविनाश लवानिया खुद बस्तियों में जाकर अभियान की समीक्षा कर रहे हैं. डीएम अविनाश लवानिया ने 'आजतक' से बात करते हुए बताया कि अभियान में सर्वे के जरिए देखा जा रहा है कि किसी को बुखार है या नहीं.

सर्वे के दौरान कोरोना के लक्षणों पर भी नजर रखी जा रही है. जिलाधिकारी ने कहा कि भोपाल में कई ऐसी बस्तियां हैं, जहां बीते दिनों कोरोना के मामले बढ़े हैं. इसलिए हमने घनी बस्तियों से इसकी शुरुआत की है, फिर इस अभियान को कोलोनियों तक ले जाएंगे. गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रदेश को कोरोना से निजात दिलाने के लिए इस अभियान की घोषणा की थी. अब तक प्रदेश में कोरोना के कुल 13186 मामले सामने आ चुके हैं. संक्रमण के कारण अब तक 557 लोगों की मौत हो चुकी है. अनलॉक की शुरुआत होने के बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं.