कोरोना: अन्य राज्यों से बेहतर हालत में मध्य प्रदेश, केवल 19 फीसदी एक्टिव केस

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मध्यप्रदेश में कोरोना वायरस के खात्मे की रणनीति के लिए बुधवार को वरिष्ठ मंत्रियों और अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में 26 बिंदुओं पर चर्चा की गई. बैठक में एक प्रेजेंटेशन भी दी गई जिसमें कोरोना संक्रमण के बारे में बताया गया. इसमें बताया गया कि मध्यप्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में कोरोना महामारी को बेहतर नियंत्रित किया गया है.

  • अभी देश में 40 प्रतिशत एक्टिव केस
  • रिकवरी रेट में देश में दूसरे स्थान पर

मुख्यमंत्री की बैठक में बताया गया कि प्रदेश में कोरोना वायरस की ग्रोथ रेट भी कम है. एक्टिव केस के मामले में भी मध्यप्रदेश अन्य राज्यों से बेहतर स्थिति में है. यहां अभी 19 प्रतिशत एक्टिव केस बचे हैं, जबकि अभी देश में 40 प्रतिशत एक्टिव केस हैं. जहां तक रिकवरी रेट की बात है तो मध्यप्रदेश अभी देश में दूसरे स्थान पर है. यह दर 76.1 प्रतिशत तक पहुंच गई है. मध्यप्रदेश से ज्यादा रिकवरी रेट सिर्फ राजस्थान में है. वहां मरीजों के ठीक होने की दर 78.02 फीसदी है.

मध्यप्रदेश में 33 ऐसे जिले हैं जहां 10 से कम एक्टिव केस हैं. 23 मार्च को मध्यप्रदेश में 1 लैब से कोरोना की जांच शुरू की गई थी जो आज बढ़कर 27 लैब तक हो गई है. यानी अब 27 लैब में कोरोना की टेस्टिंग कराई जा रही है. प्रदेश में हर दिन 9 हजार टेस्ट कराई जा रही है. सभी कलेक्टर्स को निर्देश दिया गया है कि रोगियों की जल्द पहचान कर उनका उपचार शुरू कर दिया जाए. बैठक में मुख्यमंत्री ने ग्वालियर की तारीफ की क्योंकि वायरस नियंत्रण में ग्वालियर का मॉडल सफल रहा है. उन्होंने ग्वालियर के कलेक्टर को इसके लिए बधाई दी.

कोविड से संबंधित कार्यों के लिए पिछले तीन महीने में तीन लाख से अधिक लोगों को ट्रेनिंग दी गई है. इनमें दस हजार डॉक्टर्स, आशा वर्कर, वॉलंटियर्स आदि शामिल हैं.