PM केअर्स के आवंटन पर चिदंबरम बोले- न नौकरी, न आमदनी, कैसे घर चलाएंगे मजदूर?

कोरोना संकट को लेकर बनाए गए पीएम केअर्स फंड से एक हजार करोड़ रुपये प्रवासी मजदूरों पर खर्च किए जाएंगे. मोदी सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि कृपया सामान्य गलती न करें. यह पैसा सीधे मजदूरों के हाथों में नहीं जाएगा, बल्कि राज्यों को जाएगा.

  • PM केअर्स से 3100 करोड़ का आवंटन
  • मजदूरों पर खर्च होगा एक हजार करोड़

पी. चिदंबरम ने गुरुवार को किए ट्वीट में लिखा, 'PM-CARES ने प्रवासी श्रमिकों के लिए 1000 करोड़ रुपये आवंटित किए हैं. कृपया सामान्य गलती न करें. यह पैसा प्रवासी श्रमिकों को नहीं दिया जाएगा, बल्कि प्रवासी श्रमिकों की यात्रा, आवास, चिकित्सा और भोजन के खर्चों को पूरा करने के लिए राज्य सरकारों को दिया जाएगा.'

पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा, 'प्रवासी श्रमिकों के हाथों में कुछ नहीं जाएगा. प्रवासी मजदूर, जो सभी बाधाओं को पार कर अपने गांव लौट आया है. गांव में नौकरियां नहीं हैं. उसके पास कोई काम नहीं है और न ही कोई आमदनी है. वह कैसे जीवित रहेगा और अपने परिवार को चलाएगा.'

3100 करोड़ रुपये का आवंटन

दरअसल, कोरोना से लड़ाई के लिए पीएम केयर्स फंड से 3100 करोड़ आवंटित किए गए हैं. 3100 करोड़ में से 2000 करोड़ रुपये वेंटिलेटर खरीदने के लिए इस्तेमाल किए जाएंगे. 1000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल प्रवासी मजदूरों की देखभाल के लिए किया जाएगा और 100 करोड़ रुपये वैक्सीन के लिए रिसर्च पर खर्च किए जाएंगे.

क्या है पीएम केअर्स फंड

कोरोना से लड़ाई के लिए 27 मार्च 2020 को गठित इस ट्रस्ट का नेतृत्व प्रधानमंत्री करते हैं. ट्रस्ट के अन्य सदस्य रक्षा मंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री हैं. पीएम केअर्स में बहुत लोगों ने सहयोग राशि भेजी थी. अब इन पैसो में से 2 हजार करोड़ रुपये के 50 हजार वेंटिलेटर खरीदे जाएंगे. ये वेंटिलेटर सभी राज्यों के COVID- 19 अस्पतालों में दिए जाएंगे.