डबल इंजन राहत पैकेज बेअसर: कोरोना से पस्त शेयर बाजार में सेंसेक्स 1,357 अंक टूटा

कोरोना के कहर की वजह से शेयर बाजार से लेकर कच्चा तेल तक सबमें गिरावट जारी है. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स अंक 590 की गिरावट के साथ 29,226.55 पर खुला. दोपहर 2 बजे तक यह 1124 अंक टूटकर 28,691 पर पहुंच गया. ऐसा लगता है कि केंद्र सरकार और भारतीय रिजर्व बैंक के डबल इंजन वाले राहत पैकेज से भी बाजार को बहुत उम्मीद नहीं जगी है.

कारोबार के अंत में सेंसेक्स 1,357 अंकों की गिरावट के साथ 28,440 पर बंद हुआ. वहीं 379 अंकों की गिरावट के साथ 8281 अंक पर बंद हुआ. करीब 924 शेयरों में तेजी और 1320 शेयरों में गिरावट देखी गई.

किन शेयरों में आई गिरावट

गिरने वाले प्रमुख शेयरों में बजाज फाइनेंस, एचडीएफसी, कोटक महिंद्रा बैंक टाटा स्टील और एचडीएफसी रहे, जबकि वाले बढ़ने वाले शेयरों की बात करें तो इनमें सिप्ला, टेक महिंद्रा, नेस्ले, एक्सिस बैंक और डॉ. रेड्डीज शामिल रहे. फार्मा और एफएमसीजी के अलावा अन्य सभी शेयर लाल निशान में देखे गए. बैं​किंग और वित्तीय कंपनियों,खासकर निजी बैंकों के शेयर काफी टूटे.

स्पाइसजेट का शेयर टूटा

स्पाइसजेट के शेयर में 5 फीसदी की भारी गिरावट आई है. कोरोना की वजह से सभी डोमेस्टिक और इंटरनेशनल उड़ानें बंद हैं. इस स्टॉक ने 35.15 रुपये का लोअर सर्किट छुआ.

केंद्र सरकार ने कोरोना के कहर को देखते हुए देश के गरीब तबके लिए 1.7 लाख करोड़ रुपये के राहत पैकेज का ऐलान किया है. इसी तरह शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक ने भी समय से पहले अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा कर रेपो रेट में 0.75 फीसदी की ऐतिहासिक कटौती की.

लेकिन यह दोहरा पैकेज भी शेयर बाजार में उम्मीद भरने में कामयाब नहीं हुआ. बाजार पर कोरोना का डर ज्यादा हावी है, क्योंकि देश में इसके संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं.

रुपये में भी आई गिरावट

सोमवार को रुपया भी शुरुआती कारोबार में डॉलर के मुकाबले 33 पैसा टूटकर 75.18 पर पहुंच गया. निवेशकों में यह आशंका बनी है कि कोरोना वायरस की वजह से दुनिया के कई देशों के लॉकडाउन अभी लंबा खिंच सकता है और इसकी वजह से अर्थव्यवस्थाओं को भारी नुकसान हो सकता है.

​एशियाई बाजार से लेकर कच्चे तेल तक, सब टूटे

जापान के निक्केई में 3.2 फीसदी, दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार में 2.7 फीसदी की गिरावट देखी गई. सऊदी अरब और रूस के बीच प्राइस वॉर मेंं किसी तरह की नरमी का संकेत न मिलने की वजह से कच्चे तेल का लुढ़कना जारी है. ब्रेंट क्रूड सोमवार को 1.56 डॉलर टूटकर प्रति बैरल 23.37 डॉलर तक पहुंच गया, जबकि यूएस क्रूड का रेट 1.12 डॉलर प्रति बैरल टूटकर 20.39 डॉलर पहुंच गया.