Economic Survey: राष्ट्रपति बोले- भारत का होगा ये दशक, करना है न्यू इंडिया का निर्माण

अर्थव्यवस्था के बिगड़ते हालात के बीच आज संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेंगी. शुक्रवार को बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुई, जिसके बाद सरकार की ओर से आर्थिक सर्वे पेश किया जाएगा. सत्र की शुरुआत से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह चाहते हैं कि सत्र में आर्थिक मसलों पर चर्चा हो. बजट सत्र से जुड़ी खबरों, बड़े अपडेट्स के लिए इस ब्लॉग के साथ जुड़े रहें.
  • राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का संसद को संबोधन
  • बजट सत्र से पहले संयुक्त सत्र को किया संबोधित
  • आज ही पेश किया जाएगा आर्थिक सर्वे
  • कल वित्त मंत्री पेश करेंगी बजट
  • आर्थिक मसलो पर हो चर्चा: पीएम मोदी

संसद के संयुक्त सत्र को राष्ट्रपति का संबोधन

संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि ये दशक भारत के लिए महत्वपूर्ण है, आजादी के 75 साल पूरे होंगे. हमें नए भारत का निर्माण करना है, मेरी सरकार के प्रयासों से पिछले पांच वर्ष में इस दशक को भारत का दशक बनाने की नींव रखी जा चुकी है.

राष्ट्रपति ने कहा कि पूज्य बापू का ग्राम स्वराज का सपना हो, नेहरू जी का आधुनिक भारत बनाने का सपना हो या फिर दीन दयाल उपाध्याय के अंत्योदय का सपना हो. भारत का संविधान सपनों को पूरा करने में हमारा मार्गदर्शक है. हमारा संविधान देश के नागरिकों के अधिकारों की रक्षा करता है और उन्हें उनके कर्तव्यों के बारे में बताता है.
 
संसद के लिए रवाना हुए राष्ट्रपति...
 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने आवास से संसद भवन के लिए रवाना हो गए हैं. अब से कुछ देर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे.
 
मजबूत नींव डालने वाला सत्र...
 
बजट सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दूसरे कार्यकाल का ये प्रथम सत्र है, इस सत्र में दशक के उज्जवल भविष्य के लिए जरूरी है. कल नववर्ष का बजट पेश किया जाएगा. ये सत्र आर्थिक विषयों पर चर्चा में केंद्रित रहे, वैश्विक आर्थिक विषयों के संदर्भ में भारत किस प्रकार से परिस्थितियों का फायदा उठा सकता है, अपने देश की आर्थिक गतिविधि को मजबूत बनाते हुए कैसे आगे बढ़ सकता है. पीएम मोदी बोले कि वह चाहते हैं कि इस सत्र में आर्थिक मसलों पर चर्चा हो.