मेरीकॉम ने मर्द मुक्केबाजों को भी छोड़ा पीछे, बनीं सबसे बड़ी बॉक्सर

'मैग्नीफिशेंट मेरी' के नाम से मशहूर 36 साल की भारतीय महिला बॉक्सर मेरीकॉम ने गुरुवार को इतिहास रच दिया. उन्होंने उलान उदे (रूस) में जारी विश्व महिला मुक्केबाजी चैम्पियनशिप के 51 किलोग्राम भारवर्ग के सेमीफाइनल में जगह बनाते ही बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली. उन्होंने क्वार्टर फाइनल में कोलंबिया की इंग्रीट वालेंसिया को 5-0 से करारी शिकस्त दी.

महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप में मेरीकॉम का यह 8वां पदक होगा, अब देखना है कि वह किस पदक पर कब्जा करती हैं. मेरीकॉम के नाम पहले से ही महिला विश्व चैम्पियनशिप में सर्वाधिक मेडल (6 गोल्ड+ एक सिल्वर) जीतने का रिकॉर्ड है. अब उनका रिकॉर्ड और पुख्ता हो गया है. आयरलैंड की केटी टेलर (5 गोल्ड+ 1 ब्रॉन्ज) पहले ही पिछड़ चुकी हैं.

मेरीकॉम: 8वां पदक, जादुई सफलता

पुरुष और महिला दोनों विश्व चैम्पियनशिप की बात करें, तो मेरीकॉम ने सर्वाधिक पदक अपने माम कर लिया है. उन्होंने 8वां पदक पक्का कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बना दिया है. यानी महिला या पुरुषों दोनों वर्गों ने सर्वाधिक विश्व चैम्पियनशिप पदक अब मेरीकॉम के नाम है. उन्होंने पुरुष मुक्केबाज क्यूबा के फेलिक्स सेवॉन (1986-1999) को पीछे छोड़ा, जिनके नाम विश्व चैम्पियनशिप में 7 पदक थे.

विश्व चैम्पियनशिप: सर्वाधिक पदक

1. मेरीकॉम (महिला) - 8 पदक

2. फेलिक्स सेवॉन (पुरुष), 7 पदक (6 गोल्ड+ 1 सिल्वर)

3. केटी टेलर (महिला) 6 पदक (5 गोल्ड+ 1 ब्रॉन्ज)

अब शनिवार को सेमीफाइनल में तीसरी वरीय मेरीकॉम का सामना दूसरी वरीय तुर्की की बुसेनाज काकिरोग्लू से होगा, जो यूरोपियन चैम्पियनशिप और यूरोपियन गेम्स की मौजदा गोल्ड मेडलिस्ट हैं.

क्वार्टर फाइनल जीतने के बाद मेरीकॉम ने कहा,' मैं पदक पक्का कर बहुत खुश हूं, लेकिन फाइनल में पहुंचकर इसे बेहतर बनाना चाहूंगी. यह मेरे लिए एक अच्छा मुकाबला था और अब सेमीफाइनल में इस प्रदर्शन में सुधार करने की कोशिश करूंगी.'