इमरान के 50 दिन, मोदी का एक इवेंट: पाकिस्तान को PM का ‘निर्णायक’ जवाब

लोकसभा चुनाव 2019 में प्रचंड जीत हासिल कर सत्ता में आए नरेंद्र मोदी ने दूसरे कार्यकाल में सबसे बड़ा फैसला लिया. 5 अगस्त को केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को अलविदा कर दिया और तभी से पाकिस्तान इस फैसले से परेशान है. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार इस मसले पर बोल रहे हैं, ऐसा कोई दिन नहीं गया जब उन्होंने इसपर कुछ ट्वीट ना किया हो. लेकिन नरेंद्र मोदी रविवार को ह्यूस्टन में इस मसले पर पहली बार खुलकर बोले और एक ही बार में पाकिस्तान की बोलती बंद कर दी.

 

एक सप्ताह के अमेरिकी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को ह्यूस्टन में हाउडी मोदी कार्यक्रम में हिस्सा लिया और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने पाकिस्तान को खूब खरी खोटी सुनाई. इस ऐतिहासिक मंच से नरेंद्र मोदी ने दुनिया को याद दिलाया कि आखिर विश्व में आतंकवाद की जड़ कहां है और हर बड़े आतंकी की जड़ पाकिस्तान से ही जुड़ी है.

ह्यूस्टन में पाकिस्तान पर क्या बोले प्रधानमंत्री...

जब प्रधानमंत्री हाउडी मोदी में अपना संबोधन दे रहे थे तो उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं. इसी दौरान उन्होंने अनुच्छेद 370 का जिक्र किया, पीएम के इस जिक्र पर ही स्टेडियम में स्टैडिंग ओवेशन मिली. प्रधानमंत्री ने कहा, “70 साल से जिस बात का इंतजार था, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 को अब हटा दिया गया है.’’

 

पीएम मोदी ने आगे कहा, ‘’भारत ने जो फैसला लिया है उससे कुछ ऐसे लोगों को भी दिक्कत हो रही है, जिनसे खुद अपना देश नहीं संभल रहा है.’’ आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई पर पीएम मोदी ने कहा, 'अब समय आ गया है कि आतंकवाद और उसे बढ़ावा देने वालों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जाए. मैं यहां पर जोर देकर कहना चाहूंगा कि इस लड़ाई में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पूरी मजबूती के साथ आतंक के खिलाफ खड़े हुए हैं.'

50 दिन से इमरान हैं परेशान

5 अगस्त को जब भारत ने ये फैसला लिया तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान बेचैन हो गए. इमरान खान ने सबसे पहले अपने देश को संबोधित किया, फिर वह PoK की विधानसभा में गए, कई देशों के प्रमुख से मुलाकात की, संयुक्त राष्ट्र, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में जम्मू-कश्मीर का मसला उठाया, अपने देशवासियों से हर शुक्रवार सड़क पर खड़ा होने को कहा, लेकिन इमरान खान का हर दांव फेल हुआ.

इमरान खान और पाकिस्तान को उम्मीद थी कि वह जम्मू-कश्मीर के मसले पर जितना आक्रामक होंगे, उतना भारत की ओर से जवाब मिलेगा और दुनिया में इस मसले का प्रचार होगा. लेकिन इमरान का दांव उल्टा पड़ा, क्योंकि भारत ने दुनिया के हर मंच पर साफ कहा कि अनुच्छेद 370 का मुद्दा भारत का आंतरिक मामला है और भारत की एक आवाज़ पर दुनिया के कई बड़े देश साथ आ गए.

सौ इमरान की और एक मोदी की...

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में अनुच्छेद 370 के मसले पर काफी बार संबोधन किया है लेकिन उन्होंने पाकिस्तान पर कुछ नहीं बोला, जबकि दूसरी ओर इमरान खान अपने हर संबोधन में नरेंद्र मोदी, भारत, बीजेपी और आरएसएस के बारे में बोलते हैं. रविवार को ह्यूस्टन में जब प्रधानमंत्री का संबोधन आया तो पूरी दुनिया की नज़र उसपर थी क्योंकि ये पहली बार था जब दुनिया के दो ताकतवर देशों के प्रमुख इस तरह साझा मंच पर थे. नरेंद्र मोदी ने भी दुनिया को कड़ा संदेश दे दिया.

इमरान खान भी इस वक्त अमेरिका में हैं, इस दौरान वह दो बार डोनाल्ड ट्रंप से मिलेंगे और संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित भी करेंगे. लेकिन इमरान खान कोई नहला चलें, उससे पहले भी नरेंद्र मोदी ने अपना दहला चल दिया और पाकिस्तान की हर रणनीति को चित्त कर दिया.

ट्रंप ने भी मिलाई मोदी की हां में हां

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का साथ देने की बात कही. डोनाल्ड ट्रंप ने अपने संबोधन में कहा कि भारत और अमेरिका दोनों के लिए सीमा की सुरक्षा बेहद महत्वपूर्ण है. अवैध प्रवासी एक खतरा हैं.

ट्रंप ने कहा कि हम चरमपंथी इस्लामिक आतंकवाद से निर्दोष लोगों को मिलकर बचाएंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा कि हम भारतीय-अमेरिकी लोगों को कट्टरपंथी इस्लामी आतंकवाद के खतरे से बचाने के गर्व से साथ खड़े हैं. अंतरिक्ष में सहयोग बढ़ाने पर हम मिलकर काम कर रहे हैं. रक्षा के क्षेत्र में भी दोनों देश सहयोग बढ़ा रहे हैं.