पुराने प्रॉपर्टी विवाद को सुलझाने के लिए SC ने दिया ये अनोखा सुझाव

प्रॉपर्टी विवाद को सुलझाना आसान नहीं होता है. कोर्ट-कचहरी के चक्कर में फैसले में लगातार देरी होती है. लिहाजा जब एक ऐसा ही मामला सुप्रीम कोर्ट में आया तो जज ने इसे सुलझाने के लिए एक अनोखा तरीका निकाला. जज ने सभी पक्षों से मिल बैठ कर बात करने के लिए कहा, ताकि परिवार में जल्दी शांति आ सके.

प्रॉपर्टी को लेकर ये झगड़ा 1963 में छत्तीसगढ़ में रह रहे एक परिवार के बीच शुरू हुआ. पिछले 55 साल के दौरान प्रॉपर्टी को लेकर ये झगड़ा तीसरी पीढ़ी तक पहुंच गया है लेकिन अभी तक ये सुलझा नहीं है. अब इस केस की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में हो रही है.

इम मामले की सुनवाई जस्टिस कुरियन जोसेफ की बेंच कर रही है. जस्टिस कुरियन को जब ये लगा कि ये मामला लगातार खिंचता जा रहा है तो उन्होंने इसे निजी स्तर पर सुलाझाने की कोशिश की.

इस केस की सुनवाई कर रहे बेंच के मुताबिक, "तीन सगे भगे भाइयों के बीच मुकदमेबाजी अब दूसरी और तीसरी पीढ़ी तक पहुंच गई है. ये मुकदमा 1963-64 में शुरू हुआ. लेकिन 50 सालों के बाद भी किसी भी पक्ष को शांति नहीं मिली है. हमें बताया गया है कि विवाद के चलते तनाव इतना ज्यादा बढ़ गया है कि कोई भी परिवार एक दूसरे से आंख तक नहीं मिलाता.''

जस्टिस कुरियन जोसेफ ने मामले को सुलझाने के लिए सभी भाइयों, बहनों और चचेरे भाइयों को अदालत में बुलाया और उनके साथ बातचीत की. उन्हें ये समझाया कि ये झगड़ा बेकार में आगे बढ़ रहा है. जोसेफ ने परिवारवालों से कहा कि वो एक साथ एक दूसरे से बातचीत कर मामले को सुलझाने की कोशिश करे.

जस्टिस कुरियन जोसेफ की इस पहल के बाद परिवार के सारे सदस्य बातचीत के लिए तैयार हो गए हैं. बातचीत करने के लिए परिवार के दो-दो मेंबर को नोमिनेट किया गया है. जस्टिस ने कहा कि सभी को एक दूसरे से बात करनी चाहिए और साथ ही साथ परिवार के लोगों को एक साथ समय भी बिताना चाहिए.

परिवार के सदस्यों ने कोर्ट की बात मान ली है. परिवार के एक मेंबर के मुताबिक बातचीत शुरू हो गई है और परिवार के लोगों ने एक साथ एक प्रोग्राम में सेलिब्रेट भी किया.

अदालत ने खुद प्रॉपर्टी को बांटने की सलाह भी दी है. सुप्रीम कोर्ट को उम्मीद है कि अगली सुनवाई के समय तक दोनों परिवार के बीच झगड़ा खत्म हो जाएगा और परिवार में शांति आ जाएगी.