असम में ब्रह्मपुत्र नदी का तांडव, सभी 33 जिले में 46 लाख लोग प्रभावित

असम भीषण बाढ़ की चपेट में है. सूबे के 32 जिले बाढ़ की चपेट में है. मतलब, पूरे असम में सिर्फ एक जिला ऐसा है, जो जलतांडव से अभी तक बचा हुआ है. ब्रह्मपुत्र नदी का लगातार बढ़ता पानी नए इलाकों को अपनी चपेट में ले रहा है.

असम भीषण बाढ़ की चपेट में है. सूबे के सभी 33 जिले बाढ़ की चपेट में हैं. ब्रह्मपुत्र नदी का बढ़ता पानी नए इलाकों को अपनी चपेट में ले रहा है. यहां करीब 46 लाख लोग प्रभावित हैं और राज्य के 4,620 गांव बाढ़ में डूब चुके हैं. गुवाहाटी समेत राज्य के सभी जिलों में ब्रह्मपुत्र और उसकी सहायक नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. राज्य सरकार ने बाढ़ प्रभावितों को कैंपों में शरण दिया है.

असम में बाढ़ के भयावह रूप को देखते हुए राज्य सरकार ने पूरे राज्य में रेड अलर्ट जारी कर दिया है. रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को भी बाढ़ से 5 लोगों की मौत हुई है. इसके बाद बाढ़ से मरने वाले लोगों की संख्या 20 तक पहुंच गई है. राज्य में एनडीआरएफ और सेना राहत और बचाव कार्य लगातार चला रहे हैं. वहीं सेना के पांच कॉलम को भी रेस्क्यू ऑपरेशन में लगाया गया है. सरकार ने 152 मॉनिटरिंग स्टेशन बनाए हैं, इससे बाढ़ की स्थिति की पलपल की जानकारी लोगों को दी जा रही है.

भारत की स्टार महिला रनर हिमा दास ने बाढ़ की चपेट में असम को बचाने के लिए लोगों से मुख्यमंत्री राहत कोष में दान देने की अपील की है. हिमा ने ट्वीट किया, "हमारे प्रदेश असम में बाढ़ से स्थिति काफी खराब है। 33 में से 30 जिले इससे प्रभावित हैं। इसलिए मैं बड़े कॉरपोरेट घरानों और लोगों से यह अपील करना चाहती हूं कि वह हमारे राज्य की इस मुश्किल स्थिति में मदद करें."