हंगामे के बीच संसद का एक नजारा ऐसा भी, सुषमा से साथी नेताओं को सीखना चाहिए

संसद में लगातार विरोध प्रदर्शन जारी है. अलग-अलग पार्टियों द्वारा अपने अलग-अलग मांग को लेकर संसद में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. इसी फेहरिस्त में तेलंगाना राष्ट्र समिति यानि टीआरएस भी है जो संसद में सरकार से मांग कर रही है कि पूरे देश में हर राज्य के लिए एक ही नीति हो. सोमवार को भी संसद को सामने टीआरएस का प्रदर्शन जारी था.

अचानक विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की गाड़ी गैलरी में आई. विरोध कर रहे टीआरएस संसदीय दल के नेता जितेन्द्र रेड्डी सुषमा के पास गए. इस दौरान सुषमा गाड़ी में बैठी रहीं. उन्होंने बड़ी गंभीरता और सहज तरीके से विरोधियों की बात सुनी. करीब पांच मिनट तक रेड्डी सुषमा से कुछ कहते रहे और राजनीतिक परिपक्वता दिखाते हुए सुषमा जैसी वरिष्ठ कद की नेता ने उचित बर्ताव किया.

संसद के इस सत्र में जहां लगातार विरोध का दौर जारी है वहीं ऐसे भी नजारे दिख जाते हैं. विदेश मंत्री का अपने विरोधियों की बात इतने सरल तरीके से सुनना ये जाहिर करता है कि आज भी भारत की राजनीति में संवाद और सहजता कहीं खोई नहीं है. ये कायम है. और सुषमा जैसे कद के नेता जब इसका परिचय देते हैं तब ये अन्य नेताओं के लिए भी नायाब उदाहरण बन जाता है.