गैर बीजेपी मोर्चे की कवायद शुरू, अखिलेश बोले जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को समर्थन

एग्जिट पोल के पूर्वानुमान में एक बार फिर मोदी सरकार के आने की बात कही जा रही है, लेकिन विपक्ष को अभी भी आस है कि एनडीए बहुमत से दूर रहेगा. इस स्थिति में गैर बीजेपी मोर्चे की सरकार बनाने के लिए विपक्ष की कवायद रविवार को भी जारी रही. जहां एक तरफ टीडीपी अध्यक्ष और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू लगातार विपक्ष के नेताओं से मिल रहे हैं, वहीं अखिलेश यादव ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को समर्थन दे सकते हैं.

रविवार को मीडिया से बातचीत में सपा अध्यक्ष ने कहा कि गरीबों, किसानों, देश और भाईचारे की बात करने वाली पार्टियां 23 मई के बाद देश को नया पीएम देने के प्रयास में हैं. इसके लिए टीडीपी अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू सभी नेताओं से बात कर रहे हैं. जरूरत पड़ी तो कांग्रेस को समर्थन दिया जाएगा. अखिलेश ने दावा किया कि यूपी में महागठबंधन को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी.

उधर बसपा सुप्रीमो मायावती भी सोमवार को दिल्ली जा सकती हैं. दिल्ली में वे कांग्रेस के नेताओं से मुलाकात कर एग्जिट पोल और 23 मई को आने वाले नतीजों को लेकर चर्चा कर सकती है. कहा जा रहा है कि किसी को पूर्ण बहुमत न मिलने की स्थिति में क्षेत्रीय दलों की भूमिका अहम हो सकती है. लिहाजा मायावती का कांग्रेस नेताओं से मुलाकात भी इसी कड़ी का हिस्सा है.

दूसरी तरफ चंद्रबाबू नायडू रविवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिले. शाम को वे यूपीए संयोजक सोनिया गांधी और सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी से भी बात की. दरअसल कभी एनडीए का हिस्सा रहे नायडू अब उसके खिलाफ ही घेरेबंदी में लगे हैं. शनिवार को उन्होंने लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी मुलाकात किया था. नायडू की यह कवायद इसलिए है कि अगर एनडीए बहुमत के आंकड़े से दूर रहे तो पहले से तैयार विपक्ष सरकार गठन के लिए तुरंत दावा पेश कर सके.