मसूद अजहर पर ऐसे झुका चीन, भारत की आक्रामक कूटनीति और दुनिया का दबाव आया काम

आखिरकार मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया गया. लंबे समय से भारत इस कोशिश में था कि आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (जेईएम) के प्रमुख मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित किया जाए जिसमें शुरुआती कई नाकामियों के बाद भारत को उस समय कामयाबी मिली जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने बुधवार को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया. आइए, जानते हैं कि किन वजहों से चीन को झुकना पड़ा और भारत को यह बड़ी कामयाबी मिली.

यूएनएससी में मसूद अजहर पर प्रतिबंध लगने के बाद विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद सरगना मसूद अजहर के खिलाफ कार्रवाई भारत के रुख के अनुसार हुआ है. भारत द्वारा सुरक्षा परिषद की प्रतिबंध समिति के सदस्यों के साथ साझा की गई सूचनाओं के आधार पर ही यह कार्रवाई की गई है. मसूद अजहर पर वैश्विक आतंकवादी घोषित करने के मामले में चीन हमेशा से अडंगा डालता रहा है, लेकिन इस बार उसे अपनी हार माननी ही पड़ी.