अगले तीन दिनों तक प्रदेश में झमाझम बारिश, उज्जैन, भोपाल समेत 35 जिलों में रेड अलर्ट

भोपाल. बंगाल की खाडी में बने चक्रवात की वजह से मध्य प्रदेश में मानसून की गतिविधियां अब बढने लगी है। सोमवार को कई जिलों में वर्षा से इसके संकेत मिल गए है। मंगलवार को भी मौसम विभाग ने अधिकांश जिलों में वर्षा का अनुमान जताया है। 19 जुलाई से प्रदेश में अच्छी वर्षा के संकेत मिल रहे है। मौसम विज्ञानियों का मानना है कि अधिकांश जिलों में उसके बाद तीन से चार दिन तक मध्यम से तेज वर्षा संभव है। वहीं सोमवार को राजधानी भोपाल और इंदौर समेत कई जिलों में वर्षा हुई। इससे तापमान में नरमी आई है।
प्रदेश में कई मौसम प्रणालियां सक्रिय
मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि मध्य प्रदेश में इन दिनों कई मौसम प्रणालियां सक्रिय हुई है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, नरमौल, दमोली, लखनऊ, देहरी, रांची और बालासोर से होते हुए बंगाल की खाडी तक जा रही है। बंगाल की खाडी में पश्चिम बंगाल के गांगेय क्षेत्र, झारखंड एवं ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात बना गया है। गुजरात पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात है साथ ही गुजरात से लेकर केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। मौसम विज्ञानियों के अनुसार बंगाल की खाडी में सक्रवात बनने से मध्य प्रदेश में शिथिल पडा मानसून फिर सक्रिय होने लगा है। दो दिन बाद बंगाल की खाडी में एक और प्रभावी चक्रवात के बनने के संकेत मिले है। इस वजह से तीन दिन बाद प्रदेश में अनेक स्थानों पर भारी वर्षा का दौर भी शुरू हो सकता है।