ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पदभार संभाला, पत्नी के टिकट पर हंसकर टाल गए
लोकसभा चुनाव में अब ज्यादा समय नहीं बचा है, ऐसे में सभी राजनीतिक दल अपने-अपने स्तर पर चुनावी तैयारी को अमलीजामा पहनाने में जुट गए हैं. कांग्रेस की महासचिव बनीं प्रियंका गांधी विदेश से लौट आई हैं और जल्द ही अपना कार्यभार संभालने वाली हैं तो वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आज बुधवार को पार्टी महासचिव और पश्चिमी यूपी के प्रभारी का काम संभाल लिया है.
कांग्रेस के ऑफिस में प्रियंका गांधी और ज्योतिरादित्य सिंधिया दोनों को दफ्तर साझा करना होगा. ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को अपना पदभार ग्रहण कर लिया. उन्होंने पदभार ग्रहण करने से पहले 24 अकबर रोड स्थित अपने कमरे में भगवान गणेश की पूजा की और उसके बाद कांग्रेस महासचिव के रूप में चार्ज लिया. पत्नी प्रियदर्शनी को गुना से लोकसभा टिकट दिए जाने की मांग पर ज्योतिरादित्य ने हंस कर टाल दिया.
पदभार ग्रहण करने के बाद सिंधिया ने कहा कि उत्तर प्रदेश की चुनौती बड़ी है और यह हमारे लिए बड़ा अवसर है. हमारा लक्ष्य है कि 2019 में कांग्रेस सस्ता में वापसी करे और केंद्र में उसकी सरकार बने. साथ ही 2022 में उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस सत्ता में लौटे और उसकी सरकार बने.
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की राज्य के अन्य दलों के साथ गठबंधन के सवाल पर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, 'उत्तर प्रदेश में गठबंधन को लेकर अभी कोई बात नहीं कर सकते. पहले मुझे कार्यकर्ताओं से बात करने दीजिए. दिल्ली में बैठकर इस संबंध में कोई बात नहीं की जा सकती.'
पश्चिमी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाए जाने के बाद पार्टी में ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी राजे सिंधिया को मध्य प्रदेश की राजनीति में लाने की मांग होने लगी है. गुना-शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया सांसद हैं और उनके दिल्ली आने के बाद अब उनकी पत्नी को वहां से लोकसभा चुनाव में उतारने की मांग उठ रही है. गुना में सोमवार को कांग्रेस की ओर से लोकसभा प्रत्याशी के चयन के लिए पार्टी की स्थानीय ईकाई की बैठक हुई थी जिसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया की पत्नी प्रियदर्शनी को टिकट देने की मांग की गई.