प्रियंका गांधी लखनऊ में रोड शो से करेंगी मिशन 2019 का आगाज, 11 फरवरी को जाएंगी राजधानी
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अमेरिका से लौटते ही मोर्चा संभाल लिया है. मंगलवार को भाई राहुल गांधी के घर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की बैठक में उन्होंने शिरकत की. अब प्रियंका का यूपी दौरे का प्लान भी तय हो गया है. प्रियंका मिशन यूपी की शुरुआत लखनऊ में एक बड़े रोडशो के साथ करेंगी. सूत्रों के मुताबिक राष्ट्रीय महासचिव बनने के बाद प्रियंका पहली बार 11 फरवरी को लखनऊ पहुंचेंगी.
लखनऊ में प्रियंका गांधी कांग्रेस मुख्यालय में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगी. माना जा रहा कि लखनऊ में प्रियंका रोडशो के साथ 2019 के लोकसभा चुनाव का आगाज करेंगी. सूत्रों के मुताबिक इससे पहले तक माना जा रहा था कि 10 फरवरी को प्रियंका लखनऊ जाएंगी, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के घर पर मंगलवार शाम को हुई बैठक में तय हुआ कि मिशन यूपी की शुरुआत प्रियंका 11 फरवरी से करेंगी. प्रियंका गांधी के इलाहाबाद में 10 फरवरी को ही कुंभ में डुबकी लगाने की भी खबरें थीं, लेकिन अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
मंगलवार को ही प्रियंका गांधी वाड्रा ने औपचारिक रूप से कांग्रेस की पहली बैठक में हिस्सा लिया. इस बैठक में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया के अलावा कुछ और वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद रहे.
कांग्रेस महासचिव के रूप में ताजपोशी के बाद राहुल के साथ प्रियंका ने पहली बार उत्तर प्रदेश में आगे की रणनीति बनाई. प्रदेश में वेंटिलेटर पर पड़ी पार्टी को प्रियंका के आने के नई स्फूर्ति मिली है. कार्यकर्ताओं में जोश आ गया है. उन्हें उम्मीद है कि भाई-बहन की इस जोड़ी से वे एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाएंगे. इसी जोश का परिणाम है कि उत्साही कार्यकर्ता उन्हें कई बार पोस्टर में दुर्गा के रूप में दिखा चुके हैं.
इस बैठक से ठीक पहले प्रियंका ने राहुल के घर के पीछे स्थित झुग्गी में पहुंचकर सभी को चौंका दिया. मंगलवार शाम को प्रियंका बैठक से पहले झुग्गी बस्ती में एक दिव्यांग बच्चे से मिलने पहुंची थीं. उन्होंने बच्चे से वादा किया है कि वे उसकी हर संभव मदद करेंगी.
प्रियंका का ये अंदाज नया नहीं है. अपनी मां और भाई के संसदीय क्षेत्र अमेठी और रायबरेली में भी जब वे जाती हैं तो ऐसे ही आम लोगों की तरह उनसे बातें करतीं हैं. प्रियंका का यही अंदाज उन्हें खास बनाता है. प्रियंका के इस रूप को देखकर ही लोग उनमें उनकी दादी इंदिरा गांधी का अक्स देखते हैं.