महिला सशक्तिकरण के लिए प्रदेश में हो रही है सामाजिक क्रांति : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मध्यप्रदेश में महिला सशक्तिकरण के लिए सामाजिक क्रांति हो रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, लाड़ली लक्ष्मी योजना, स्थानीय निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में आरक्षण, आजीविका मिशन और संबल जैसी योजनाओं का सफल क्रियान्वयन हो रहा है। अब लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है, जिनसे न केवल महिलाओं का समग्र विकास होगा, अपितु समाज में उनका मान-सम्मान और आत्म-विश्वास भी बढ़ेगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज बालाघाट जिले के लांजी में लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने बहनों को विभिन्न योजनाओं में हितलाभ वितरित किये। प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन किया और पुष्प-वर्षा कर बहनों का स्वागत किया। मुख्यमंत्री को बहनों ने राखी भेंट की। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन में दीदी कैफे संचालित करने वाली बहन अंजली चौरे को 10 लाख रूपए का चेक सौंपा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मेरी जिंदगी का उद्देश्य बहनों का कल्याण है। बहनों के होठों पर हँसी हो, तो भाई की जिंदगी सफल है। मध्यप्रदेश में नारियों का सम्मान सर्वोच्च है। बहनें किसी भी प्रकार का अन्याय सहन न करें, तुम्हारा भाई हमेशा तुम्हारे साथ है। बहन-बेटियों की शादी की चिंता न करें, शिवराज मामा उनकी शादी कराएगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मुख्यमंत्री बनने से पहले मैं और मेरी पत्नी मिल कर गरीब बेटियों की शादी करवाते थे। जब मैं मुख्यमंत्री बना तो मैंने सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना शुरू की। पिछली सरकार ने इस योजना का लाभ किसी को नहीं दिया। अब हमने निर्णय लिया है कि इस योजना में 50 हजार की राशि का चेक बेटियों को और 6 हजार रूपये आयोजक संस्था को दिये जायेंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में बेटियों को अभिशाप के स्थान पर वरदान बनाया गया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना में बेटी के जन्म लेते ही उसके नाम पर 30 हजार रूपये जमा करवा दिए जाते हैं, जिससे समय-समय पर उसे पढ़ाई आदि के लिए राशि मिलती रहे। आज मध्यप्रदेश में 44 लाख 50 हजार लाड़ली लक्ष्मी बेटियाँ हैं। बेटियों की पढ़ाई और उच्च शिक्षा की फीस भी मामा भरवाता है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज पंचायतों में बड़ी संख्या में बहनें प्रतिनिधित्व कर रही हैं। उनका राजनीतिक सशक्तिकरण हुआ है। मध्यप्रदेश में पंचायतों में 50 प्रतिशत सीटें बहनों के लिए आरक्षित की गई हैं। पुलिस की भर्ती में भी बहनों को आरक्षण दिया जा रहा है। ग्रामीण और शहरी आजीविका मिशन द्वारा महिलाओं के स्व-सहायता समूह बनाए जाकर उन्हें विभिन्न गतिविधियों के लिए वित्तीय और अन्य सहायता प्रदान की जाती है। इससे उनका आर्थिक, सामाजिक सशक्तिकरण हो रहा है। साथ ही उनके आत्म-विश्वास में वृद्धि हो रही है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इस बार जब मुख्यमंत्री बना, तब से ही उनके मन में निरंतर यह विचार आ रहा था कि वह बहनों को क्या उपहार दें। मैंने सोचा कि एक बार नहीं प्रतिमाह बहनों को उपहार दिया जाए। गत 28 जनवरी को सुबह 4 बजे मेरे मन में लाड़ली बहना योजना की संकल्पना आई और मैंने निर्णय लिया कि हर माह गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय बहनों के खाते में 1000 रूपये डालूंगा। लाड़ली बहना योजना का लाभ उन सब बहनों को मिलेगा जिनके परिवार की वार्षिक आय ढाई लाख रूपये से कम है। बहनों को इसके लिए कोई आय प्रमाण-पत्र नहीं देना होगा। बस एक फॉर्म भरना होगा, जिसे हमारे कर्मचारी आपके गाँव, मोहल्ले में आकर भरवा लेंगे। साथ ही वे आपका ई-केवाईसी भी करवायेंगे।