दिनदहाड़े भीड़ भरे में की गयी 1करोड़ 20 लाख रूपये की लूट का पर्दाफाश कर दो आरोपी गिरफ्तार

ग्वालियर। थाना इन्दरगंज क्षेत्र में राजीव प्लाजा के पास पैकेजिंग मटेरियल सप्लाई करने वाली हरेन्द्र ट्रेडिंग कंपनी के मुनीम के साथ दिन दहाड़े हुई 1 करोड़ 20 लाख रूपये की सनसनीखेज लूट की बारदात को गंभीरता से लेते हुए एडीजीपी ग्वालियर जोन डी. श्रीनिवास वर्मा, द्वारा पुलिस अधीक्षक अमित सांघी के साथ तत्काल घटनास्थल पर पहुंचकर घटना के संबंध में जानकारी प्राप्त की और उक्त घटना का पर्दाफाश कर शत-प्रतिषत बरामदगी कर लुटेरों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस की टीमें बनाकर कार्यवाही करने हेतु निर्देषित किया गया।
पुलिस की तीन टीमें बनाई गई। जिसमें एक टीम का नेतृत्व एएसपी मोती उर रहमान दूसरी टीम का नेतृत्व एएसपी राजेश डण्डोतिया तथा तीसरी टीम का नेतृत्व डीएसपी अपराध ऋषिकेष मीणा द्वारा किया गया। पुलिस टीमों के सहायतार्थ सीएसपी लष्कर सियाज केएम सीएसपी इन्दरगंज विजय भदौरिया, सीएसपी महाराजपुरा रवि भदौरिया व सीएसपी विश्वविद्यालय रत्नेष तोमर, डीएसपी यातायात नरेश बाबू अन्नोटिया को भी लगाया गया।
पुलिस टीमों द्वारा घटनास्थल के आसपास के सभी सीसीटीव्ही फुटेज चेक किये गये तथा टेक्नीकल टीम को सक्रिय किया गया। एडीजीपी ग्वालियर जोन एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा पूरे घटनाक्रम पर सत्त संपर्क रखते हुए जांच में लगी हुई टीमों को लगातर दिषा निर्देश दिये गये। घटना के संबंध में पूछताछ पर ट्रेडिंग कंपनी के वाहन चालक द्वारा संदेहास्पद जवाब दिये जाने से उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो उसने अपने दो साथियों के साथ सोचे समझे प्लान के तहत उक्त लूट की घटना कारित करना स्वीकार किया। इस पर से पुलिस टीमों द्वारा उक्त आरोपियों की तलाष प्रारम्भ की गई। उक्त लूट की घटना का पर्दाफाष करने के लिये बनाई गई तीनों पुलिस टीमों द्वारा त्वरित प्रयास करते हुए उक्त लूट की घटना कारित करने वाले एक आरोपी को थाना महाराजपुरा क्षेत्रान्तर्गत महाराजपुरा गांव से पकड़ लिया गया। पकड़े गये आरोपी से लूटे गये रूपयों का कार्टन एवं एक कट्टा 315 बोर का कट्टा मय एक राउण्ड के बरामद किया गया।
6 साल से है कंपनी में नौकरी कर रहे हैं कर्मचारी
– हरेन्द्र ट्रेडिंग कंपनी के पार्टनर बालकिशन साहू ने बताया था कि यह कर्मचारी उनके विश्वास वाले हैं। करीब 5 से 6 साल से यह कंपनी में कर्मचारी हैं। इन पर उन्हें विश्वास है। उन्होंने यह भी बताया कि कंपनी मंे कल 4 से 5 कर्मचारी हैं। इसके अलावा हम पार्टनर है। सभी को पता था कि आज कैश बैंक के लिए ले जाया जाएगा। पर कंपनी के कर्मचारियों पर अटूट विश्वास रखना ही कंपनी के मालिकों की कमजोरी बन गई। कर्मचारी की रुपयों को देखकर नीयत डोल गई और यह लूट की प्लानिंग कर डाली।
लूट हुई सुबह 10.47 बजे, दो दिन पहले हुई लूट की प्लानिंग
21 नवम्बर की सुबह 10.47.10 बजे लूट हुई और जब लूट की वीडियो घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को देखते ही लग रहा था कि लूट की घटना पूर्व प्रायोजित है। जब पुलिस ने मुनीम और ड्रायवर से अलग-अलग पूछताछ में दिये गये जबाव में विरोधाभास पाया गया। इसके बाद पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो ड्रायवर टूट गया उसने बताया कि हमने 2 दिन पूर्व ही लूटने की योजना बनाई थी। हमारे और लूट की घटना को अंजाम देने के लिये घटनास्थल और कैसे लूट की जायेगी तय कर लिया था। ड्रायवर को बताया कि हम यहां पर खड़े होकर तुम्हें हाथ देंगे तो तुम कार को रोकना मैं तुम्हें कट्टा दिखाऊंगा और तुमसे डिग्गी खोलने के लिये कहूंगा तुम्हारे डिग्गी खोलते ही रूपयों से भरा कार्टून लेकर भाग जायेंगे और डिग्गी खोलना पैकेजिंग मटेरियल सप्लाई करने वाली एक कंपनी का मुनीम जो कि कंपनी के रूपयों को बैंक में जमा करने के लिये ड्रायवर के साथ कार की डिग्गी में रखकर जा रहे थे। जैसे ही उनकी कार जयेन्द्रगंज स्थित राजीव प्लाजा के बगल वाली गली में पहुंची तो वहां पहले से मौजूद 2 संदिग्ध व्यक्तियों में से एक संदिग्ध व्यक्ति द्वारा हाथ देकर उनकी कार को रोका गया। कार के रूकते ही उक्त संदिग्ध व्यक्ति द्वारा कट्टा तानकर ड्रायवर से कार की डिग्गी को जबरन खुलवाया गया और मुनीम तथा कार ड्रायवर के मोबाइल लूट लिये गये। ड्रायवर द्वारा कार की डिग्गी खुलवाई गई और उसके एक अन्य साथी द्वारा कार की डिग्गी में रखे हुए रूपयों से भरे कार्टन को उठाकर सकरी गली में से होते हुए छप्पर वाला पुल की तरफ भाग निकला। इसके बाद कट्टे वाला बदमाष भी अपने साथी के पीछे भाग निकला। दोनों बदमाष मोटर सायकिल से छप्पर वाले पुल से भाग निकले।