विवाद पर Naseeruddin Shah बोले- मैं भी देशभक्त, मुझे शोर मचाने की जरूरत नहीं

नसीरुद्दीन शाह अक्सर देश और समाज के बुनियादी सवालों पर अपनी राय रखते आए हैं. लेकिन भीड़ की हिंसा पर हाल ही में दिया गया उनका बयान, बड़े विवाद की वजह बन गया है. अजमेर लिटरेचर फेस्टिवल में विरोध के चलते वे हिस्सा भी नहीं ले पाए. अब उन्होंने एक वीडियो के जरिए अपनी किताब लॉन्च करने के साथ ही बयान को समझाने की कोशिश की है.
टाइम्स नाऊ की एक रिपोर्ट की मानें तो अजमेर से कुछ दूर पुष्कर में बंद दरवाजों के पीछे अज्ञात जगह पर नसीरुद्दीन के लिए एक सेशन का आयोजन किया गया. इसका संचालन उर्दू लेखक सैफ मोहम्मद ने किया. यहां नसीर ने अपनी किताब "नसीर का नजीर फिर एक दिन" का विमोचन किया.
नसीर ने कहा, "ये देश मेरी मातृभूमि है. मैं देशद्रोही नहीं हूं. मुझे देश की आलोचना करना दुख भरा लगता है मगर अगर मुझे कुछ गलत लगेगा तो मैं इसके बारे में जरूर बोलूंगा. मैं देश के भविष्य को लेकर फिक्रमंद हूं. मेरी 4 पुरखें इस देश में जन्मीं हैं. मेरा जन्म यहां हुआ है. मेरे बच्चे यहां रहेंगें. मैं इस देश से बहुत प्यार करता हूं और मुझे इसका शोर मचाने की जरूरत नहीं है."