आम्रपाली बिल्डर्स ने डुबो दिए फ्लैट खरीदारों के 2,996 करोड़ रुपए!

आम्रपाली बिल्डर्स ग्रुप के सीएमडी अनिल शर्मा ने माना है कि कंपनी ने फ्लैट देने के एवज में ली गई एडवांस रकम और मार्केट से उठाए गए पैसे का कुछ हिस्सा कारोबार के विस्तार में इस्तेमाल किया है. आम्रपाली ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट को बताया कि ये रकम 2,996 करोड़ रुपए के आस-पास है. ग्रुप ने ये भी बताया है कि इस पैसे को बिजनेस के विस्तार के लिए इस्तेमाल किया गया था, लेकिन इसके नतीजे उम्मीदों के मुताबिक नहीं आए और हाउसिंग प्रोजेक्ट्स का काम भी अटक गया.

सुप्रीम कोर्ट के सख्त रवैये के बाद अनिल शर्मा ने जो जानकारी मुहैया कराई है, उससे पता चलता है कि आम्रपाली ग्रुप ने फ्लैट देने के नाम पर खरीदारों से जो रकम इकठ्ठा की थी, उसे कई अन्य कंपनियों के जरिए इस्तेमाल किया. कोर्ट में दाखिल आम्रपाली के हलफनामे के मुताबिक नोएडा और ग्रेटर नोएडा में कंपनी के 170 से ज्यादा टावर हैं, जहां 46,000 से ज्यादा लोगों ने घर बुक कराए हैं. ग्रुप की अलग-अलग 15 कंपनियों ने इन्हीं के नाम पर फ्लैट खरीदारों से 11,573 करोड़ रुपए, जबकि मार्केट और एफडीआई से 4,040 करोड़ रुपए हासिल किए थे. इस रकम में से 10,300 करोड़ रुपए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स पर खर्च किए गए, जबकि करीब 3000 करोड़ रुपए की रकम बिजनेस विस्तार पर खर्च की गई थी.