खेल-खेल में नाबालिग ने लगा ली फांसी

ग्वालियर। गोला का मंदिर थाना क्षेत्र में एक नाबालिग की खेल-खेल में मौत हो गई। बताया जाता है कि बालक के माता-पिता मजदूरी करने गए थे। बहन जब स्कूल जा रही थी तो 12 साल का भाई दुपट्टे से खेल रहा था। दोपहर 2 बजे जब वह लौटी तो उसी दुपट्टे से बने फांसी के फंदे पर भाई लटका मिला । बहन के चीखने की आवाज सुनकर आसपास के लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने जांच के बाद मर्ग कायम कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि बच्चे ने खेल-खेल में फांसी लगा ली है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।
जानकारी के अनुसार गोला का मंदिर रचना नगर में झोंपडीनुमा कच्चे मकान में रामसेवक अहिरवार अपने परिवार के साथ रहते हैं। रामसेवक मूलतः टीकमगढ़ का निवासी है। पर यहां पत्नी और दो बच्चों चंदा व बेटा देवेन्द्र (12) के साथ रहता है। सोमवार सुबह रोज की तरह रामसेवक व उसकी पत्नी मजदूरी के लिए निकल गए थे। दोपहर में बहन चंदा स्कूल के लिए निकली तो भाई को खेलते छोड़ गई थी। उसका भाई स्कूल नहीं गया था। दोपहर 2 बजे वह लौटी तो अंदर से दरवाजा बंद था। इस पर उसने खिड़की से झांककर देखा तो भाई फांसी पर लटका था। उसकी आवाज सुनकर आसपास के लोग भी आ गए। पहले दरवाजा तोड़कर बच्चे को उतारा। पर तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना मिलते ही गोला का मंदिर थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शव को निगरानी में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा दिया है। देवेन्द्र के परिजनों ने पुलिस को बताया कि देवेन्द्र को किसी ने उसे डांटा नहीं था न ही कोई विवाद या परेशानी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।