नितिन गडकरी ने जेवर एयरपोर्ट को दी 2100 करोड़ की सौगात, Delhi-NCR को चमकाने के लिए उठाया ये कदम

ग्रेटर नोएडा. केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने उत्‍तर प्रदेश सरकार के ड्रीम प्रोजेक्‍ट जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar International Airport) को एक बड़ी सौगात दी है. केंद्रीय मंत्री ने हरियाणा के गुरुग्राम जिले के सोहना में कहा कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे (Delhi-Mumbai Expressway) से जोड़ा जाएगा. इसके साथ उन्‍होंने कहा कि करीब 2,100 करोड़ रुपये की लागत से 31 किलोमीटर 6 लेन ग्रीनफील्ड मार्ग जेवर एयरपोर्ट के लिए बना रहे हैं.

इसके अलावा नितिन गडकरी ने कहा कि हमने ईस्टर्न पेरीफेरल रोड़ बनाकर दिल्ली में प्रदूषण कम किया है. इसे और कम करने के लिए दिल्ली-एनसीआर में हम करीब 53,000 करोड़ रुपये की 15 योजनाएं लाए हैं और 14 पर काम शुरू हो गया. दिल्ली के लोगों को ट्रैफिक और प्रदूषण से राहत मिलेगी. बता दें कि आठ लेन का दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, मध्य प्रदेश और गुजरात से होकर गुजरेगा.

वहीं, नितिन गडकरी ने कहा कि हरियाणा में 6 जगहों पर सड़क किनारे जन-सुविधाएं मिलेंगी जिससे स्थानीय उत्पादकों को प्राथमिकता दी जाएगी. इसमें हेलीकॉप्टर एंबुलेंस की सेवाएं भी दी जाएंगी. हम इसमें ड्रोन का उपयोग भी करेंगे जो उद्योग और व्यवसाय के लिए उपयोगी होगा. गडकरी ने कहा कि एक्सप्रेस-वे पर वाहनों की न्यूनतम गति सीमा 100 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. सड़क मंत्रालय इसे बढ़ाकर 120 किलोमीटर प्रति घंटा करने पर विचार कर रहा है. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के मार्च 2023 तक पूरा होने की संभावना है. इसे भारतमाला परियोजना के पहले चरण के हिस्से के रूप में बनाया जा रहा है.

जेवर एयरपोर्ट का काम शुरू

बता दें कि जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पहले चरण का काम शुरू हो चुका है. पहले चरण में जमीन को समतल करने और बाउंड्रीवाल बनाने का काम होना है. इस बीच जेवर के रोही गांव में 70 साल पुरानी और 20 फीट ऊंची हनुमानजी की मूर्ति को धार्मिक रीति-रिवाज से हटा दिया गया. गौरतलब रहे साल 2024 तक जेवर एयरपोर्ट से पहली हवाई उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी. वैसे पहले चरण में 1334 हेक्टेयर जमीन पर जेवर एयरपोर्ट का निर्माण होगा. कुल 30 हजार करोड़ रुपए एयरपोर्ट पर लागत आएगी. पहले चरण में 9 हजार करोड़ से निर्माण कार्य किया जाएगा. जेवर एयरपोर्ट की क्षमता की बात करें तो पहले वर्ष से 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता से लैस होगा जेवर एयरपोर्ट और अपने आखिरी चरण यानी चौथे चरण में 7 करोड़ की क्षमता से लैस हो जाएगा.

जेवर एयरपोर्ट पर मिलेगा न्यूयॉर्क जैसा फील

यही नहीं, जेवर एयरपोर्ट वर्ल्ड क्लास हो इसके लिए तमाम तैयारियां की जा रही हैं. इसके लिए बेहतर कनेक्टिविटी से लेकर मनोरंजन साधनों तक का खास ध्यान रखा जायेगा. यहां सफर करने वालों को हांगकांग और न्यूयॉर्क जैसा फील हो इस पर जार दिया जा रहा है. उम्मीद है नवरात्रि में इसके भूमिपूजन का कार्य हो जाएगा.