COVID-19 in India: कोरोना दे रहा तीसरी लहर की चेतावनी, 24 घंटे में आए 41965 नए केस, 460 ने तोड़ा दम

नई दिल्ली. केरल में कोरोना (Corona) के बढ़ते मामलों को देखते हुए तीसरी लहर (Third Wave) के चेतावनी सच साबित होने लगी है. हर दिन कोरोना का बढ़ता ग्राफ अब देश की चिंता बढ़ाने लगा है. पिछले 24 घंटे की बात करें तो केरल (Kerala) में कोरोना संक्रमण के 30,203 नए मामले सामने आए हैं. वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना संक्रमण (Corona Infection) के 41 हजार 965 नए केस सामने आए हैं, जबकि इस दौरान 460 मरीजों की मौत हुई है. कोरोना के नए मरीज मिलने के बाद अब देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3 करोड़ 28 लाख 10 हजार 845 हो गई है.
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में अब कोरोना के 3 लाख 78 हजार 181 एक्टिव केस हैं, जबकि 3 करोड़ 19 लाख 93 हजार 644 लोग ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं. वहीं अब तक कोरोना से 4 लाख 39 हजार 20 लोगों की मौत हो चुकी है. देश में अब तक 65,41,13,508 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1,33,18,718 लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
केरल में मंगलवार को कोविड-19 के 30,203 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर प्रदेश में 40,57,233 हो गई जबकि 115 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 20,788 पर पहुंच गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक केरल में बीते 24 घंटे के दौरान 1,60,152 नमूनों की कोविड-19 जांच होने के साथ संक्रमण की दर बढ़कर 18.86 प्रतिशत हो गई है. राज्य में अब तक 3,15,52,681 नमूनों की जांच की जा चुकी है.
महाराष्ट्र में कोरोना के 4,196 नए मामले आए सामने
महाराष्ट्र में मंगलवार को कोविड-19 के 4,196 नए मामले सामने आने के साथ ही कोरोना वायरस संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर प्रदेश में 64,64,876 हो गई जबकि 104 और मरीजों की मौत के बाद मृतकों की तादाद 1,37,313 पर पहुंच गई. राज्य के स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे के दौरान कोविड-19 के 4,688 मरीज संक्रमण मुक्त भी हुए, जिससे राज्य में इस जानलेवा वायरस के संक्रमण को मात देने वालों की संख्या बढ़कर 62,72,800 हो गई. राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 51,238 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के मुताबिक महाराष्ट्र में संक्रमण से ठीक होने की दर 97.03 प्रतिशत हो गई है जबकि मृत्यु दर 2.12 प्रतिशत बनी हुई है.