जिगित्ज़ा हेल्थकेयर लिमिटेड ने मप्र में 150 मोबाइल मेडिकल यूनिट्स लॉन्च किये

भारत के अग्रणी आपातकालीन चिकित्सा सेवा प्रदाताओं में से एक, जिगित्जा हेल्थकेयर लिमिटेड (जेडएचएल) ने नागरिकों की बेहतर स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करने के लिए राज्य के 51 जिलों में 150 चलती-फिरती यानी मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (एमएमयू) का लॉन्च किया। लॉन्च के अंतिम चरण में, कंपनी ने 4 जिलों (गुना, श्योपुर, अशोक नगर और ग्वालियर) में 6 वाहन लॉन्च किए। इन मेडिकल वाहनों को संबंधित जिलों के सीएमएचओ और कलेक्टरों की उपस्थिति में लॉन्च किया गया। इन वाहनों को ग्रामीण आबादी के घरों तक स्वास्थ्य देखभाल सुलभ बनाने की दृष्टि से लॉन्च किया गया है। कंपनी इन वाहनों का संचालन राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के माध्यम से राज्य सरकार के साथ साझेदारी में करती है।
मोबाइल मेडिकल यूनिट्स ने ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को बढ़ाने में और लोगों के घरों के नजदीक स्क्रीनिंग और बीमारियों की बुनियादी पहचान करने में सहायता की है। ये वाहन दुर्गम इलाकों में, कठिन पहुंच मार्ग, या संस्थागत बाधाओं के बावजूद लोगों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने में मदद करते हैं। कुछ मामलों में, इन वाहनों ने रोगी को जटिल चिकित्सा उपचार प्रदान करने में भी मदद की है। इन वाहनों में डॉक्टर, नर्स और बीमारियों के लक्षणों को पहचानने के लिए प्रशिक्षित किये गये सहायक मौजूद रहते हैं। वे सामान्य बीमारियों का बेसिक पहचान करते हैं और दवाईयां लिखते हैं और चिकित्सा से सम्बंधित जटिलताओं के मामले में विशेष क्लीनिकों को रेफर कर देते हैं।
लॉन्च के बारे में बताते हुए मध्य प्रदेश प्रोजेक्ट हेड (जिगित्जा़ हेल्थ) जीतेन्द्र शर्मा ने कहा कि ष् अभी हाल में आई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार शहरी क्षेत्रों में रहने वाली केवल 27 प्रतिशत भारतीय आबादी तक ही स्वास्थ्य देखभाल की पहुंच बन पायी है। इसलिए आवश्यक शेष जनसंख्या को स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं प्रदान करने के लिए उन तक पहुंचना जरूरी है। मध्यप्रदेश में मोबाइल मेडिकल यूनिट्स लॉन्च पूरा होने की घोषणा करते हुए हमें प्रसन्नता हो रही है। 51 जिलों में हमारे पास कुल 150 एमएमयू हैं और हमें राज्य के अन्य क्षेत्रों में दृढ़ता से काम करने की उम्मीद है। इन वाहनों की उपलब्धता ने जागरूकता बढ़ाने, निवारक टीकाकरण सुनिश्चित करने और ग्रामीण आबादी के बीच नियमित चिकित्सा जांच को प्रोत्साहित करने में सहायता की है। हम राज्य सरकार के साथ मिलकर काम करने की उम्मीद करते हैं ताकि हम अपनी आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं के माध्यम से समय पर सहायता पहुंचाना सुनिश्चित कर सकें।
पहले के समय में आयोजित होने वाले चिकित्सा शिविर, अब टेक्नोलॉजी में प्रगति के कारण मोबाइल मेडिकल वैन में विकसित हो चुके हैं, जो अधिक गति और दक्षता के साथ काम करते हैं। इन क्षेत्रों के अलावा, एमएमयू पहले से ही रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, बैतूल, जबलपुर, छिंदवाड़ा, सागर, दतिया, भिंड सहित 43 जिलों में मौजूद हैं। जिगित्ज़ा को 21 महीनों से सबसे बड़ी एकीकृत सेवा का संचालन कर रहा है, जिसमें एकीकृत 108 हेल्पलाइन नंबर के अंतर्गत 606 दीनदयाल 108 एम्बुलेंस और 735 जननी एक्सप्रेस एम्बुलेस शामिल हैं। यह देश की सबसे बड़ी एकीकृत सेवा है। वे 104 हेल्थ हेल्पलाइन भी संचालित कर रहे हैं, जो जरूरत पडऩे पर लोगों को चिकित्सा संबंधी सूचना और सलाह देते हैं और उनको परामर्श सेवाएं उपलब्ध कराते हैं।