हिमाचल में बारिश से अब तक 16 मौतें, 923 सड़कें बंद, 24 घंटे में 263 करोड़ का नुकसान

हिमाचल प्रदेश में रविवार और सोमवार को मौत की बारिश हुई है. भारी बारिश ने इस कदर तबाही मचा दी है कि 24 घंटे में 16 जानें चली गईं और 263 करोड़ रुपये का नुकसान हो गया. सरकार ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए 96 करोड़ 50 लाख रुपए जारी कर दिए हैं.

भारी बारिश और भूस्खलन ने जगह-जगह तबाही मचा दी है. मुख्य सचिव विनीत चौधरी ने बारिश-बाढ़ से हुए नुकसान के बाद उत्पन्न स्थिति को लेकर राज्य सचिवालय में समीक्षा बैठक की. इसमें सभी जिलों के डीसी वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिए जुड़े थे. बैठक में मुख्य सचिव की ओर से अधिकारियों को दिशानिर्देश दिए गए.

मॉनसून सीजन में हिमाचल में बारिश से अब तक 775 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है. रविवार और सोमवार को केवल दो दिन में 16 लोगों की जानें गईं. 923 सड़कें भूस्खलन के कारण बाधित हैं. एसीएस लोक निर्माण मनीषा नंदा ने यह जानकारी दी है. उन्होंने कहा कि मार्गों को बहाल करने के लिए पर्याप्त मशीनरी तैनात की गई है. छह नेशनल हाइवे भूस्खलन के चलते बाधित हैं. कुल्लू-मनाली नेशनल हाइवे भी एहतियातन बंद किया गया है.

जानकारी के अनुसार, कांगड़ा में बारिश से 85 सड़कें बाधित रहीं. उधर, मंडी-पठानकोट सड़क छोटे वाहनों के लिए बहाल की गई है. हमीरपुर में 13 सड़कें भारी बारिश के कारण बाधित रहीं हैं. अनुमान है कि मंगलवार तक ये सड़कें बहाल हो जाएंगी. सोलन में कुमारहटटी-नाहन मार्ग छोटे वाहनों के लिए बहाल किया गया है. बिलासपुर में स्वारघाट नेशनल हाइवे और बिलासपुर-शिमला सड़क पर आवागमन बहाल हो गया है.

किन्नौर में मेलिंग नाला और सकिब्बा रोड़ पर यातायात चल रहा है. सांगला मार्ग को बहाल करने का काम युद्धस्तर पर जारी है. यहां कुछ पर्यटक फंसे हुए हैं. उधर, लाहौल स्पीति में सुमदो-काजा-ग्रांफू मार्ग और मेलिंग-काजा मार्ग बहाल किया गया है. मंडी जिले में एनएच-21 पर हणोगी में आवाजाही प्रभावित रही है. बता दें कि यहां पर अक्सर लैंडस्लाइड होती रहती है.

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी मध्य प्रदेश से लौटते ही सीएम आवास ओक ओवर में अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की फीडबैक ली. बहरहाल, अब इस बारिश-बाढ़ में नुकसान झेल चुके लोगों को सरकार से राहत की उम्मीद है.