करुणानिधि का लंबी बीमारी के बाद निधन
चेन्नई : डीएमके अध्यक्ष एम. करुणानिधि का मंगलवार की शाम चेन्नई के कावेरी हॉस्पिटल में देहांत हो गया. कई दिनों से उनकी हालत गंभीर बनी हुई थी. हॉस्पिटल के बुलेटिन ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की है. करुणानिधि की मौत की खबर सुनते हुए तमिलनाडु में शोक की लहर दौड़ गई है. शाम 6.10 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली. करुणानिधि के जाते ही तमिलनाडु की राजनीति के एक बड़े युग का अंत हो गया है. वह पिछले 11 दिनों ने कावेरी हॉस्पिटल में भर्ती थे. राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री समेत देश के तमाम राजनीतिक दलों और नेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके जाने को देश की राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति बताई है.
चेन्नई स्थित कावेरी हॉस्पिटल के बाहर उनके समर्थकों को जमावड़ा लगा हुआ है. लोगों की भीड़ बढ़ती ही जा रही है. समर्थकों की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. हॉस्पिटल के अलावा करुणानिधि के घर के बाहर भी बड़ी तादाद में सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. डीएमके प्रमुख को कावेरी अस्पताल में पहली बार 18 जुलाई को भर्ती कराया गया था. द्रमुक नेता की स्थिति 28 जुलाई को रक्तचाप में गिरावट से बिगड़ गई और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. वह तभी से अस्पताल में थे.
करुणानिधि तिमलनाडु के 5 बार मुख्यमंत्री रहे और वे 60 वर्षों तक लगातार विधायक रहे. उन्होंने भारतीय राजनीति का एक 'अजेय' विधायक कहा जाता है. वे 'द्रविड़ योद्धा' और 'कलाइग्नर' के नाम से मशहूर थे.