शिवपुरी रेलवे स्टेशन का रिनोवेशन:दो माह में बदली सूरत; निगरानी के लिए 16 सीसीटीवी लगे, ऑटो स्टैंड-ट्रैफिक बूथ बनेगा

रेलवे स्टेशन की सूरत पूरी तरह से बदल गई। रंगरोगन होने के बाद स्टेशन अब पूरी तरह से बदला-बदला नजर आ रहा है। 23 साल बाद स्टेशन का जिर्णाद्धार हुआ है। यूं तो स्टेशन को संवारने का काम दो माह से चल रहा था लेकिन जीएम के आने की सूचना के बाद अधिकारी, कर्मचारी, ठेकेदार सहित 500 लोगों ने पांच दिनों तक लगातार दिन-रात काम किया और दो माह का काम आखिरी पांच दिन में पूरा कर दिया। यात्रियों की सुरक्षा के लिए आरपीएफ के माध्यम से 16 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।

इससे पूरे कैंपस की निगरानी होने लगी है। स्टेशन के बाहर अलग से ऑटो स्टैंड, ट्रैफिक पुलिस बूथ बनाया जाएगा। सौ फीट की ऊंचाई पर बड़ा तिरंगा झंडा भी लगाने की तैयारी है। साल 2018 में ग्वालियर-गुना ट्रैक पर विद्युतीकरण का काम चालू हुआ और साल 2020 में यानी तीन साल में काम पूरा हो गया है। अब इस ग्वालियर-शिवपुरी-गुना रूट पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाने की बात शुक्रवार को पश्चिम मध्य रेलवे के महाप्रबंधक ने कही।

23 साल बाद शिवपुरी रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार हो रहा है।

16 सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं, इससे गतिविधियों पर नजर रखी जाएगी।
500 लोग पांच दिन से दिन-रात जीर्णोद्धार का काम कर रहे हैं, यहां दो महीने से काम चल रहा है।
1998 में पहली बार शिवपुरी स्टेशन पर एक डिब्बे की यात्री गाड़ी आई थी।
2004 से लेकर 2015 तक विकास हुआ और गाड़ियों की संख्या बढ़ाई गई।
20 साल पहले ट्रेन की स्पीड 50 किमी प्रति घंटा थी, अब बढ़कर 60 से 100 किमी प्रति घंटा हो गई है।