8 संदिग्धाें में ग्वालियर के एक मरीज सहित 3 काे निकला डेंगू

नमी और बारिश से मच्छरजनित बीमारियां होने का खतरा बढ़ गया है। रविवार को बहोड़ापुर में 10 साल के बच्चे को डेंगू होने की पुष्टि हुई है। भिंड और उप्र के रहने वाले दो और मरीजों को भी डेंगू हुआ है। जबकि दो मरीजों के सैंपल फिर से लिए जाएंगे।
विशेषज्ञों का कहना है कि यदि कोरोना के साथ अगर डेंगू हो गया तो मरीज के लिए जानलेवा साबित हो सकता है। जीआरएमसी के माइक्रो बायोलॉजी विभाग में डेंगू के आठ संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच की गई। इनमें जिन तीन मरीजों को डेंगू निकला है उनमें से बहोड़ापुर निवासी 10 वर्षीय निसाद, भिंड निवासी 46 वर्षीय वीरेंद्र तथा उप्र की रहने वाली महिला शामिल है।
इसलिए काेराेना के साथ डेंगू हाेना खतरनाक
डेंगू में मरीज के प्लेटलेट कम हो जाते हैं और कोरोना संक्रमण में खून की नसों में थक्के जमने लगते हैं। अगर यह दोनों बीमारी किसी मरीज को एक साथ हो गई तो वह जानलेवा साबित होगी। जीआरएमसी के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रदीप प्रजापति का कहना है कि डेंगू का मच्छर दिन में और मलेरिया का मच्छर रात में काटता है इसलिए दिन में भी पूरी आस्तीन शर्ट और पैंट जरूर पहनना चाहिए। घर के आसपास मच्छर न पनपने दें। बुखार आने पर विशेषज्ञ को दिखाएं।