कोविड नियमों से रात में सिमटा उत्सव तो सुबह मनाईं यीशु के जन्म की खुशियां

क्रिसमस के अवसर पर कोविड-19 की गाइड लाइन के कारण जहां गुरुवार रात को देर तक उत्सव नहीं मन सका। इस कारण शुक्रवार की सुबह से यीशु के जन्म की खुशियां मनाई गईं। शहर की विभिन्न चर्च में प्रार्थना की गई तथा कैरोल गीत गाए गए।

इसके बाद दिन भर विभिन्न संस्थाओं द्वारा कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। शहर के प्रमुख बाजारों तथा मॉल भी क्रिसमस की खुशियां मनाने वालों की भीड़ रही। वृद्धाश्रम में मनाया क्रिसमस: शहर थ्री ए एम क्लब ने क्रिसमस नारायण वृद्धाश्रम में मनाया।

इसमें शहर के युवा कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी। क्रिसमस के अवसर पर रे ऑफ होप फाउंडेशन ने शुभम कॉम्पलेक्स नौगजा रोड पर कार्यक्रम आयोजित किया। संस्था के डायरेक्टर राजू फ्रांसिस के अनुसार इसाई समाज के कोरोना वारियर्स को सम्मानित किया गया।

महिलाओं को बांटी शॉल

ग्वालियर विकास समिति ने पड़ाव स्थित सेंट पॉल स्कूल चर्च में ढोलीबुआ महाराज, शहरकाजी अजीज कादरी, फूलबाग गुरुद्वारा के बाबा हनुमंत सिंह व चर्च की शीला दास के साथ क्रिसमस मनाया। इस मौके पर जरूरतमंद 290 महिलाओं को शॉल भी वितरित किया गया। कार्यक्रम में विधायक प्रवीण पाठक, विधायक डॉ. सतीश सिकरवार, संस्था अध्यक्ष वीरेंद्र शर्मा, डॉ. सीपी लाड़कानी मौजूद थे।

सांता क्लाॅज ने फूल भेंट कर लोगों से मास्क लगाने का किया आह्वान
रमन शिक्षा समिति एवं जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में क्रिसमस पर मुरार बाजार में रोको-टोको अभियान चलाया गया। संस्था के पदाधिकारियों ने सांता क्लॉज के वेश में लोगों को फूल भेंटकर मास्क लगाने व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की।

मुक्तिधाम पर कराई रोशनी

लक्ष्मीगंज मुक्तिधाम शुक्रवार को रंग-बिरंगी रोशनी से जगमग हो गया। मुक्तिधाम को सजाने का काम शंकरा ज्योति मुक्तेश्वर महादेव द्वारा किया गया। पिछले 12 साल से मुक्तिधाम को क्रिसमस से लेकर नववर्ष के पहले दिन तक मुक्तिधाम को सजाने और अखंड रामायण पाठ की परंपरा चल रही है। इस बार मुक्तिधाम में जगह न मिलने की वजह से अखंड रामायण पाठ का आयोजन करने की बजाय दो दिन तक इसका साउंड सिस्टम के जरिए प्रसारण किया जाएगा।