सरकारी जमीन से कब्जा हटाने गए अमले ने पहले बटोरी सब्जी, फिर चलवाया ट्रैक्टर

शिवपुरी लिंक रोड स्थित केदारपुर में 200 बीघा से अधिक सरकारी जमीन को प्रशासन ने अवैध कब्जे से मुक्त करा लिया। कार्रवाई के लिए पहुंचा अमला यहां से मटर, आलू और मूली की फसल बोरो में भरकर ले गया। यहां कोई विरोध नहीं हुआ और न कोई पक्ष कार्रवाई के खिलाफ पहुंचा तो पुलिसकर्मियों ने आलू, मटर और मूली निकालकर पहले बाल्टी और तसलों में रख लिए। फिर वहां पड़े बोरों में बांधकर साथ ले गए।
प्रशासन ने पिछले एंटी माफिया अभियान में भी इस जमीन को कब्जे से मुक्त कराया था, लेकिन उसके बाद अधिकारियों ने इस जमीन की सुध नहीं ली इस कारण फिर से इस पर कब्जा हो गया था। गुरुवार को दोपहर में जिला प्रशासन व पुलिस की टीम इस जमीन पर पहुंची। एसडीएम विनोद भार्गव व तहसीलदार कुलदीप दुबे ने पहले यहां की झोपड़ी में रहने वाले लोगों को तलाशा, लेकिन कोई नहीं मिला। श्री दुबे ने बताया कि रामवरण सिंह गुर्जर पुत्र गिर्राज गुर्जर, रिंकू, मोहर सिंह, लाखन सिंह और राजू सिंह पुत्र भीकम सिंह गुर्जर ने इस पर कब्जा किया था। इनमें से रामवरण पर आपराधिक प्रकरण दर्ज है लेकिन प्रशासन दर्ज प्रकरणों की सूची सार्वजनिक नहीं कर पाया।
पहले 200 करोड़ कीमत अब 100 करोड़ रुपए
गुरुवार को जिस जमीन को मुक्त कराया गया है, उसकी कीमत को लेकर प्रशासनिक अधिकारी खुद अंधेरे में हैं। तहसीलदार कुलदीप दुबे ने गुरुवार को इसकी कीमत 100 करोड़ रुपए बताई है जबकि इसी जमीन को जब जनवरी में कब्जे से छुड़ाया गया तो प्रशासन ने इसकी कीमत 200 करोड़ रुपए बताई थी। एसडीएम विनोद भार्गव ने बताया कि अब इस जमीन कोे आवंटित किया जाएगा।
18 सर्वे नंबर की 40.353 हेक्टेयर जमीन मुक्त
पटवारी ज्योति साहू ने बताया कि केदारपुर में सर्वे नंबर 118 से 131, 109, 137, 153, 154 और 161 की 40.353 हेक्टेयर (200 बीघा से अधिक) जमीन सरकारी है। इस जमीन पर कब्जा कर खेती कर दी गई थी। गुरुवार को प्रशासन की टीम ने अवैध कब्जा हटाकर इस जमीन को मुक्त करा लिया है।