एशिया की सबसे बड़ी नैरोगेज रेल 9 माह से बन्द और पूरा वेतन ले रहे कर्मचारी
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ग्वालियर. एशिया की सबसे बड़ी और ग्वालियर चंबल संभाग की लाइफ लाइन रहीं ग्वालियर श्योपुर नैरोगेज रेल लाइन पर ट्रेनों का संचालन लगभग 9 माह से बन्द है। इस रेल लाइन को ब्रॉडगेज में बदलने के लिये रेलवे ने पटरी उखाड़ने का ठेका भी पूना की कंपनी को दे दिया है। लेकिन रेलवे इस रेल लाइन और इससे जुड़े स्टेशनों पर कार्यरत अधिकारी और कर्मचारियों को उपयोग करना भूल गया। गैंगमेन, ट्रॉलीमेन से लेकर स्टेशन मास्टर तक 179 रेल कर्मचारी बिना काम के हर माह लगभग एक करोड़ रूपये का वेतन पा रहे हैं।
खास बात यह है कि बड़ी रेललाइन पर स्टाफ कम होने की वजह से कर्मचारियों से ओवरटाइम ड्यूटी ली जा रही है। इसके बाद भी छोटी रेल लाइन से कर्मचारियों को हटाकर बड़ी लाइन पर नहीं पदस्थ किया गया है। गौरतलब है कि नैरोगेज की जगह बड़ी रेल लाइन रायरू से श्योपुर तक जायेगी। इसके लिये ग्वालियर श्योपुर के बीच जमीन अधिग्रहण व निर्माण कार्य चल रहा है।
अभी आदेश नहीं हुआ है
छोटी रेल लाइन पर ट्रेन संचालन बंद करने का अभी आदेश नहीं हुआ है। इसलिए स्टेशन व ट्रैक को ऐसे ही नहीं छोड़ा जा सकता है। बड़ी लाइन में कर्मचारियों की कमी है ओवर टाइम काम कराया जा रहा है, इसकी हमें जानकारी नहीं है।
मनोज कुमार सिंह, पीआरओ, मंडल झांसी