लेबड़ से पानखेड़ी के बीच तीन किमी सड़क उखड़ी, पुलिया के सरिये निकले, टायर फंसने से हाे रहे हादसे

लेबड़ से घाटाबिल्लाैद तक पांच किमी के हिस्से में 2014 में एमपीआडीसी विभाग ने सीमेंटेड सड़क बनाई थी। इसमें लेबड़ से पानखेड़ी के बीच तीन किमी का हिस्सा पूरी तरह से बदहाल स्थिति में है। लेबड़ में पुलिया के सरिये बाहर आने से आए दिन बाइकाें के पहिये फंसने से हादसे हाे रहे।
सुधार नहीं हाेने से ग्रामीणाें में गुस्सा है। वहीं विभागीय अधिकारी सुधार के लिए प्रस्ताव भेजना बता रहे हैं। सुधार कब हाेगा यह अभी तय नहीं है। इसलिए वाहन चालकाें काे डरते हुए यहां से निकलना पड़ रहा है। इंदौर-अहमदाबाद और महू-नीमच हाईवे के दोहरे ट्रैफिक के लिए लेबड़-घाटाबिल्लौद की सड़क जाम के लिए बरसों से कुख्यात थी।
बदहाल सड़क पर आए दिन वाहनाें के फंसने से घंटाें जाम लगता था। इसके बाद एमपीआरडीसी ने सीमेंटेड सड़क बनाई थी। लेबड़ स्थित नेशनल गेट के सामने पुलिया के सरिये बाहर झांकने लगे हैं। सरियाें में वाहनों के टायर फंसने से हादसे हाे रहे हैं। कई वाहन चालक ताे संभल कर निकलते हैं लेकिन जिन्हें खराब सड़क की जानकारी नहीं वे उलझ जाते हैं। राेजाना सैकड़ाें वाहन गुजरते हैं।
पुलिया के सरिये में बाइक का पहिया फंसने से महिला की हाे चुकी माैत
नगर की शिवकन्याबाई पटेल 43 की पुलिया के झांकते सरिये के चलते गिरने से माैत हाे चुकी है। महिला अपने बेटे भरत के साथ 12 अक्टूबर काे इंदाैर के एक कार्यक्रम में शामिल हाेने जा रही थी। सामने से वाहन आने पर भरत ने बाइक किनारे पर ली। जहां पहिया सरिये में फंसने से महिला चलती बाइक से गिर गई थी।
बाद में धार लाया गया, जहां से इंदाैर भेजा था। वहां इलाज के दाैरान 28 अक्टूबर काे माैत हाे गई। भरत ने बताया साेमवार काे पगड़ी के कार्यक्रम बाद चक्काजाम कर अधिकारियाें काे समस्या बताएंगे। ग्रामीण राजेश जाट ने बताया खराब सड़क के चलते आए दिन हादसे हाे रहे हैं। नेकपुर से दूध वाहन लेकर आने वाले अर्जुन पटेल, लाखन सुनेर और गाेवर्धन पटेल ने बताया सड़क खराब हाेने से दूध समय पर नहीं पहुंचाने से काफी नुकसान हाे रहा है। सड़क की शीघ्र मरम्मत की जाना चाहिए।
महू-नीमच हाईवे के फ्लायओवर की भी समस्या काे काेई हल नहीं
घाटाबिल्लौद में महू-नीमच हाईवे पर बने फ्लायओवर के नीचे बारिश के पानी की अब तक निकासी नहीं कराई। इससे रोजाना करीब एक हजार वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। धार से आने-जाने वाले वाहन चालक अधिक परेशान हो रहे हैं।
यहां आए दिन हादसे होते रहते हैं। पिछले चार माह से यहां समस्या बनी हुई है। एक महीने में करीब 6-7 हादसे हो चुके हैं। पिछले माह एमपीअारडीसी ने टाेल कंपनी से मुरम डलवाई थी लेकिन वह नाकाफी है। सड़क भी जगह-जगह उखड़ने से दिनभर गुजरने वाले वाहनाें से धूल उड़ने से समस्या बढ़ गई। ऐसे में हादसे का अंदेशा रहता है।
मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजा है
लेबड़ से घाटाबिल्लाैद सड़क की मरम्मत कराने के लिए प्रस्ताव विभाग काे भेजा है। जहां से स्वीकृति आते ही काम शुरू कराया जाएगा। वहीं हाईवे के ओवरब्रिज की समस्या का स्थाई निराकरण के लिए नई डिजाइन बन रही है। सर्वे भी किया जा रहा है।