गौशाला के माध्यम से गौवंश का हो सकेगा संरक्षण

आदिम-जाति कल्याण मंत्री सुश्री मीना सिंह ने कहा है कि प्रदेश में बनाई जा रहीं गौशालाओं के माध्यम से गौवंश का संरक्षण किया जा सकेगा। मंत्री सुश्री मीना सिंह गुरुवार को उमरिया जिले के पाली जनपद पंचायत में ग्राम कुमुर्द में नव-निर्मित गौशाला के लोकार्पण समारोह को संबोधित कर रही थीं।

आदिम-जाति कल्याण मंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में गौवंश को पूज्यनीय माना गया है। गौवंश पर हमारी कृषि व्यवस्था आधारित है। गौवंश से दूध की प्राप्ति होती है, जो मानव जीवन के लिये अमृत के समान है। उन्होंने कहा कि गौशाला के माध्यम से उन पशुओं को संरक्षण दिया जा सकेगा, जो अक्सर दुर्घटना का कारण बनते हैं।

मंत्री सुश्री मीना सिंह ने शक्ति स्व-सहायता समूह को नंद गौशाला संचालन की चाबी सौंपी। उन्होंने कहा कि आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश की परिकल्पना को साकार करने के लिये संगठित होकर स्व-सहायता समूह की महिलाएँ आगे आ रही हैं। सुश्री मीना सिंह ने गौशाला परिसर में 20 फलदार पौधों का रोपण भी किया। ग्राम कुमुर्द में 27 लाख 71 हजार रुपये की लागत से नंद गौशाला का निर्माण किया गया है। इस कार्य में 40 श्रमिकों को मनरेगा योजना के तहत 300 दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है।