Indian Railways ने रचा इतिहास, 167 साल में पहली बार 100 फीसदी ट्रेन समय पर

भारत में ट्रेन लेट की शिकायत अक्सर सुनने को मिलती है. हालांकि, अब लॉकडाउन के बाद भारतीय रेलवे ने अपनी नई छवि पेश करते हुए इतिहास रच दिया है. 1 जुलाई को चलीं 201 ट्रेनें बिना देर किए अपने समयानुसार निर्धारित स्टेशन पर पहुंचीं. रेलवे की ओर से बयान आया है कि भारतीय रेल के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब सभी 100 फीसदी ट्रेनें अपने निर्धारित समय पर चलने और गंतव्य स्टेशन पर पहुंचने में कामयाब रही हैं.

  • भारतीय रेलवे ने हासिल की बड़ी उपलब्धि
  • पहली बार 100 फीसदी ट्रेनें समय पर चलीं

01 जुलाई को चलीं 201 ट्रेनों में से कोई भी ट्रेन लेट नहीं हुई. रेलवे की ओर से जारी बयान के मुताबिक, इससे पहले 23 जून को 99.54 फीसदी ट्रेनें अपने समय की पाबंदी पर चलीं, तब केवल एक ट्रेन लेट हुई थी.

जानकारी के मुताबिक, भारतीय रेलवे ने बीते दिन यानी 1 जुलाई को 201 ट्रेनों का परिचालन किया और ये सभी ट्रेनें अपने बिल्कुल फिक्स समय पर चलीं और गंतव्‍य स्‍टेशन पर भी अपने समय पर ही पहुंचीं. इस तरह भारतीय रेलवे ने पहली बार ट्रे्न के टाइम पर खुलने और पहुंचने के मामले में 100 फीसदी सफलता हासिल की है. कहा जा रहा है कि यह इतिहास में पहली बार हुआ है कि एक भी ट्रेन लेट नहीं हुई.

भारत में रेलवे का इतिहास 167 साल पुराना है. यहां अंग्रेजी शासन काल में 1853 में रेलवे की शुरुआत हुई थी. तब से लेकर अब तक भारतीय रेलवे में ट्रनों के संचालन में 100 फीसदी सही टाइमिंग कभी नहीं रही.

वहीं, बीते दिन इंडियन रेलवे ने पटरियों पर दो किलोमीटर लंबी ट्रेन चलाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया. इस ट्रेन को सुपर एनाकोंडा नाम दिया गया है. यह पहला मौका रहा जब देश में दो किलोमीटर लंबी ट्रेन दौड़ाई गई. रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्रेन का वीडियो शेयर करते हुए इसे सुपर एनाकोंडा बताया.

रेल मंत्री पीयूष गोयल ने अपने ट्वीट किया कि माल से लदी हुई 177 वैगनों वाली इस मालगाड़ी का पटरी पर दौड़ना इंडियन रेलवे के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है.

दरअसल, दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे ने तीन मालगाड़ियों को जोड़कर देश में पहली बार पटरियों पर दो किलोमीटर लंबी मालगाड़ी दौड़ाकर यह नया रिकॉर्ड बनाया है. यह ट्रेन 'एनाकोंडा फॉर्मेशन' में ओडिशा के लाजकुरा और राउरकेला के बीच दौड़ाई गई.