रामायण के वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने पर उठा सवाल, दूरदर्शन ने दी ये सफाई

लॉकडाउन के बीच रामानंद सागर की रामायण ने टीआरपी रेटिंग्स में कई रिकॉर्ड बनाए. ये भी कहा गया कि रामायण दुनिया में सबसे ज्यादा देखे जाने वाला प्रोग्राम है. बताया गया कि 16 अप्रैल को प्रसारित किया गया एपिसोड 7 करोड़ 70 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा. लेकिन अब शो की व्यूअरशिप और वर्ल्ड रिकॉर्ड के दावे पर विवाद गरमाया हुआ है. अब इस दूरदर्शन की तरफ से बयान आया है.

प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर ने क्या कहा?

इन सब कंफ्यूजन पर सफाई के लिए लाइव मिंट ने प्रसार भारती के सीईओ शशि शेखर से संपर्क किया. उनसे पूछा कि किस बिनाह पर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने की बात कही गई, शशि ने जवाब देते हुए लिखा- हमें ये पता है कि टीवी रेटिंग्स वाले खेल के बाहर भी बहुत सारे लोगों ने ये शो देखा है. मोबाइल टीवी सर्विसेज, जिन पर डीडी के चैनल्स आते हैं, जैसे जियो टीवी और एमएक्स प्लेयर, उनके माध्यम से.

''अगर हम इन सभी आंकड़ों को जोड़कर रामायण की व्यूअरशिप के बारे में बात करें, तो इसे लॉकडाउन के दौरान 200 मिलियन यानी 20 करोड़ से ज्यादा लोगों ने देखा है. मैं रिकॉर्ड वगैरह के फेर में नहीं पड़ूंगा, मगर लॉकडाउन के दौरान दोबारा इस महाकाव्य को देखने के लिए बहुत सारे परिवार एकसाथ आए. लोगों को घर पर सुरक्षित रखने में ब्रॉडकास्टिंग सर्विस ने अपना काम काफी प्रभावी तरीके से किया.''

क्या है विवाद?

दरअसल, लाइव मिंट के दावे के मुताबिक दूरदर्शन का दावा झूठा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकन सीरीज MASH का आखिरी एपिसोड 10 करोड़ 60 लाख से ज्यादा लोगों ने देखा था. इस हिसाब से रामायण दुनिया का सबसे ज्यादा देखा गया शो नहीं है. मैश का ये एपिसोड 28 फरवरी 1983 को प्रसारित किया गया था.