बड़ी लापरवाही: इंदौर में 3 तीन पुलिसकर्मी कोरोना पॉजिटिव, 15 दिन पहले हुआ था टेस्ट

मध्य प्रदेश का इंदौर शहर कोरोना का हॉटस्पॉट बना हुआ है. यहां पर तेजी से मामले बढ़ रहे हैं. इंदौर में कोरोना के कुल 1,466 केस सामने आ चुके हैं. यहां पर स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही भी सामने आई है. दरअसल, कंटेनमेंट जोन में तैनात रहने वाले पुलिस के 2 जवान और एक ड्राइवर की कोरोना की जांच रिपोर्ट 15 दिन बाद आई है, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग पर ही सवाल उठ खड़े हो गए हैं.

15 दिन बाद आई रिपोर्ट में एक एसआई, एक जवान और एक ड्राइवर कोरोना संक्रमित पाए गए.सवाल इंदौर पुलिस पर भी उठ रहा है. अपने महकमे की सुरक्षा का दावा करने वाली इंदौर पुलिस ने क्यों नहीं कोरोना जांच रिपोर्ट के लिए कोई कार्रवाई की.

सफाई में पुलिस की ओर से कहा जा रहा है कि शहर में लॉकडाउन का कड़ाई से पालन करने के लिए सैकड़ों सीसीटीवी कैमरों से निगाह रखी जा रही है, लेकिन महकमा अपने ही कोरोना वॉरियर्स पर नजर नहीं रख पाया.

15 दिन बाद आई रिपोर्ट

पुलिसकर्मी शहर के छत्रीपुरा थाना क्षेत्र के जवान टाटपट्टी बाखल जैसे कोरोना की रडार वाले क्षेत्र में ड्यूटी दे रहे थे. 12 अप्रैल को टाटपट्टी बाखल में लगाए जांच कैंप में उनका सैंपल लिया गया. इसके 15 दिन बाद उनकी रिपोर्ट आई तो महकमे में हड़कंप मच गया, क्योंकि 3 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है.

तीनों ही पुलिसकर्मी को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. वहीं, पुलिस के अन्य जवानों को आशंका है कि उनकी भी मुश्किल बढ़ सकती है, क्योंकि वो भी संक्रमित जवानों के संपर्क में रहने के साथ ही कंटेननेंट जोन में तैनात थे. पुलिस के जवानों को अब घर जाने से मना कर दिया गया है और उनके लिए होटल में ही व्यवस्था की गई है.

लोगों के बीच कर रहे थे काम

तीनों ही पुलिसकर्मी का सैंपल 12 अप्रैल को लिया गया था. दो से तीन दिन में इनकी रिपोर्ट आ जानी चाहिए थी, लेकिन नहीं आई. गंभीर बात ये है कि तीनों पुलिसकर्मी 15 दिनों से जनता के बीच जाकर काम कर रहे थे. अब यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि इस दौरान इन पुलिसकर्मियों ने किन-किन लोगों से संपर्क किया.