कमलनाथ को सताया ईवीएम का डर

प्रदेश की बागडोर सम्हालने वाले कमलनाथ को 2018 विधानसभा चुनावों से पहले ही ईवीएम का डर सताने लगा है। कमलनाथ ने गत दिनों पत्रकारों से चर्चा में कहा कि चुनाव आयोग से चर्चा चल रही है। जनता वोट कांग्रेस को देती है और वह कहीं और चला जाता है। जनता में विश्वास जगाना पडेगा। कमलनाथ का यह डर जनता का नहीं स्वयं उनका है, क्योंकि 2018 के लिए प्रदेश की बागडोर उनके हाथों में हैं। उन्हें अपने इस डर को सिरे से हटाना होगा।
अब प्रश्र उठता है कि हाल ही संपन्न हुए विधानसभा के उप चुनावों में कांग्रेस को जीत मिली और कांग्रेस को यह जीत इसी ईवीएम से मिली जिसपर वह संदेह जता रहे हैं। अब देखना है कि चुनाव आयोग उनकी ईवीएम की मांग पर क्या फैसला लेगा और वह वीवीपेट के साथ चुनाव करायेगा या नहीं इसका इंतजार रहेगा । दरबारीलाल की कांग्रेस नेताओं को सलाह है कि वह पहले ईवीएम को लेकर अपनी अवधारणा को स्पष्ट करना चाहिए। उसके बाद ही कुछ बात को मीडिया के माध्यम से कहना चाहिए। ऐसा नहीं कि आम चुनावों से पहले ईवीएम को खराब कहने लगे जबकि इसी ईवीएम से उप चुनाव जीते तो खुशी जाहिर करते रहे।