आर्थ‍िक सुस्ती के बावजूद नवंबर में जीएसटी रिटर्न में हुआ 50 फीसदी का जबरदस्त इजाफा

आर्थ‍िक सुस्ती के बावजूद नवंबर महीने में जीएसटी रिटर्न में जबरदस्त इजाफा हुआ है. केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के अनुसार अक्टूबर के मुकाबले नवंबर महीने में GSTR 3B फाइलिंग में 50 फीसदी की बढ़त हुई है. यह हिसाब से राहत की बात है कि इस साल जीएसटी कलेक्शन लक्ष्य से कम रहा है.

अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर आ रही तमाम नकारात्मक खबरों के बीच यह सरकार के लिए एक अच्छी खबर है. नवंबर में कुल 18.27 लाख जीएसटी रिटर्न फाइल किया गया है, जबकि इसके पहले अक्टूबर महीने में रिटर्न में 12.20 लाख रिटर्न हुआ था. पिछले साल नवंबर के मुकाबले जीएसटी रिटर्न में 9.4 फीसदी का इजाफा हुआ है.

CBIC ने अपने बयान में कहा है, 'रिटर्न फाइलिंग डेटा से यह पता चलता है कि टैक्सपेयर्स के द्वारा कर अनुपालन में समुचित सुधार हुआ है.' CBIC का कहना है कि GSTN रिटर्न फाइलिंग सिस्टम उम्मीद के मुताबिक समुचित तरीक से काम कर रहा है.

क्या हो सकती है वजह

जानकारों का कहना है कि इससे यह संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था में कुछ राहत की बात है, हालांकि ज्यादा जीएसटी रिटर्न अक्टूबर में खत्म हुए त्योहारी सीजन की वजह से भी हो सकता है.

केंद्र सरकार अब वस्तु एवं सेवा कर (GST) रिटर्न नहीं भरने वालों पर सख्त कार्रवाई के मूड में है. योजना बनाई जा रही है कि जो लगातार दो बार रिटर्न भरने से चूकेगा, उसका रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया जाएगा.

चालू वित्त वर्ष के बीते कुछ महीनों में GST कलेक्शन उम्मीद से कम होने के बाद केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड ( सीबीआईसी) ने जोनल कार्यालयों से रिटर्न दाखिल नहीं करने वालों पर सख्ती से निपटने का निर्देश दिया है.  प्रधान मुख्य आयुक्तों और जीएसटी के मुख्य आयुक्तों व कस्टम्स के 13 नवंबर को एक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में सीबीआईसी प्रमुख ने उन संस्थानों के पंजीकरण को रद्द करने की प्रक्रिया को लेकर नाखुशी जताई थी, जिन्होंने जीएसटीआर-3बी रिटर्न, छह बार या छह बार से ज्यादा समय पर दाखिल नहीं किया था.

कैसा रहा जीएसटी कलेक्शन

इसके पहले जारी आंकड़ों के मुताबिक, अक्टूबर महीने में जीएसटी कलेक्शन गिरकर 95,380 करोड़ रुपये रहा, पिछले साल अक्टूबर में जीएसटी टैक्स कलेक्शन 1,00,710 करोड़ रुपये रहा था. यह लगातार तीसरा महीना है जब जीएसटी की वसूली एक लाख करोड़ रुपये से नीचे है. सितंबर में जीएसटी संग्रह 91,916 करोड़ रुपये था.