Chandrayaan 2 launch live updates: ISRO तैयार, इतिहास रचने का इंतजार

अंतरिक्ष की दुनिया में हिंदुस्तान आज एक बार फिर इतिहास बनाने जा रहा है. इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी ISRO आज चंद्रयान-2 लॉन्च करेगा. इसका काउंटडाउन शुरू हो गया है और आज दोपहर 2.43 मिनट पर इसे लॉन्च किया जाएगा. पहले ये लॉन्चिंग 15 जुलाई को होनी थी, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण इसे अंतिम समय में टाल दिया गया था.
चंद्रयान-2 का काउंटडाउन चल रहा है. अभी तक लीक्विड ऑक्सीजन की फिलिंग पूरी हो गई है, लीक्विड हाइड्रोजन की फिलिंग जारी है.
31 साल बाद 22 जुलाई को ISRO की लॉन्चिंग, जानें...कितना LUCKY है जुलाई
भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) का दूसरा मून मिशन Chandrayaan-2 आज यानी 22 जुलाई को दोपहर 2.43 बजे देश के सबसे ताकतवर बाहुबली रॉकेट GSLV-MK3 से लॉन्च किया जाएगा. आज से ठीक 31 साल पहले इसी तारीख को हुई लॉन्चिंग पूरी तरह से सफल नहीं हो पाई थी. इसरो चीफ डॉ. के. सिवन ने कुछ महीने पहले बोला था कि अब इसरो हर साल 10 से 12 लॉन्चिंग करेगा. यानी हर महीने एक लॉन्चिंग होगी. लॉन्चिंग की सफलता और असफलता के पीछे कई कारण हो सकते हैं. इसमें मौसम, तकनीकी वजहें आदि शामिल हैं.
श्रीहरिकोटा में ISRO आज चंद्रयान-2 का लॉन्च होना है. ये लॉन्चिंग दोपहर 2.43 मिनट पर होगी, लेकिन उससे पहले वहां का मौसम थोड़ा बिगड़ा हुआ है. श्रीहरिकोटा में अभी बारिश हो रही है और आसमान में पूरी तरह से काले बादल छाए हुए हैं.
Chandrayaan-2: लॉन्चिंग के 48 दिन बाद चंद्रमा पर उतरेगा प्रज्ञान रोवर
श्रीहरिकोटा से आज (सोमवार) chandrayaan-2 की लॉन्चिंग होने के बाद यह मिशन अगले 23 दिनों तक धरती के इर्द-गिर्द चक्कर काटता रहेगा. इस दौरान इसरो के वैज्ञानिक इसकी कक्षा को बढ़ाते जाएंगे. chandrayaan-2 को सबसे पहले एक अंडाकार कक्षा में स्थापित किया जाएगा, जिसकी धरती से सबसे नजदीकी दूरी 170 किलोमीटर होगी और सबसे दूर की दूरी 39120 किलोमीटर होगी.
लॉन्चिंग के बाद धरती की अंडाकार कक्षा में स्थापित होने के बाद chandrayaan-2 को बार-बार छोटे-छोटे रॉकेट लॉन्च कर कक्षा को बढ़ाया जाएगा. यह प्रक्रिया 23 दिनों तक चलेगी.
लॉन्चिंग के बाद धरती की अंडाकार कक्षा में स्थापित होने के बाद chandrayaan-2 को बार-बार छोटे-छोटे रॉकेट लॉन्च कर कक्षा को बढ़ाया जाएगा. यह प्रक्रिया 23 दिनों तक चलेगी.