फूलपुर, गोरखपुर के बाद अब ये पांच सीटें हैं BJP के लिए नई चुनौती

यूपी की फूलपुर और गोरखपुर लोकसभा सीटों के उपचुनाव में हार के बाद बीजेपी के सामने नई चुनौती खड़ी है. ये चुनौती आने वाले वक़्त में पांच लोकसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव की है. और बीजेपी के लिए चिंता की बात यह है कि लगातार उपचुनाव हारने की वजह से लोकसभा में उसके सदस्यों की गिनती घट रही है.

बीजेपी के सांसद घटे

साल 2014 के आम चुनाव के बाद बीजेपी के पास लोकसभा में 282 सदस्य थे. लेकिन अब ये गिनती घटकर 274 रह गई है, जो 272 के मैजिक फ़िगर से केवल दो ज्यादा है. जल्दी ही देश में 5 सीटों पर उपचुनाव होने हैं, जिनमें 3 पर बीजेपी का क़ब्ज़ा है, और दो पर बीजेपी के सहयोगियों का. अगर इन उपचुनावों में बीजेपी अपनी सीट न बचा पाई, तो लोकसभा में बहुमत के लिए वो सहयोगियों पर निर्भर हो जाएगी.

जिन पांच सीटों पर उपचुनाव होने हैं उनमें से एक यूपी की कैराना लोकसभा सीट है, जहाँ एक बार फिर बीएसपी और एसपी की जुगलबंदी बीजेपी का रास्ता मुश्किल बनाएगी. महाराष्ट्र की पालघर और भंडारा गोंदिया सीट पर भी बीजेपी क़ाबिज़ है. अगर एनसीपी और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ें, तो बीजेपी के लिए चुनौती खड़ी हो सकती है. बची दो सीटों में एक जम्मू-कश्मीर की अनंतनाग है, जो मुख्यमंत्री बनने के लिए महबूबा मुफ्ती ने खाली की थी. और पांचवीं सीट नगालैंड की है, जो नेफ्यू रियो के मुख्यमंत्री बनने के बाद खाली हुई है.

गौरतलब है कि 14 मार्च को यूपी-बिहार उपचुनाव के नतीजे आए, जिनमें यूपी में बीजेपी के हाथ से फूलपुर-गोरखपुर दोनों लोकसभा सीटें छिन गईं. सीएम योगी आदित्‍यनाथ की पुरानी सीट गोरखपुर और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य की पुरानी सीट फूलपुर सपा के खाते में चली गईं. जबकि बिहार में आरजेडी और बीजेपी ने अपनी सीटें बरकरार रखीं.