MP में 45 चेकिंग प्वाइंट से निगरानी, बना रहे ऑनलाइन चालान
भोपाल. मध्य प्रदेश में वाहन चालकों की कदम-कदम पर निगरानी की जा रही है। प्रदेश में वाहन चेकिंग की पारदर्शी व्यवस्था लागू करने और सुशासन के उद्देश्य से सभी परिवहन चेकपोस्टो को बंद जरूर कर दिया गया है पर इससे वाहन चालकों की मुश्किलें कम नहीं हुई है। चेकपोस्टों के स्थान पर परिवहन विभाग ने 45 रोड सेफ्टी एण्ड एनाफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट शुरू कर दिए है। इन पर प्रवर्तन बल तैनात किया गया है। रोड सेफ्टी एण्ड एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट पर बॉडीवोर्न कैमरों की निगरानी में पीओएस मशीन के माध्यम से वाहनों के विरूद्ध ऑनलाइन चालानी कार्यवाही की जा रही है।
प्रदेश में प्रवेश करने वाले अन्य राज्यों के वाहनों द्वारा ई-चेकपोस्ट मॉड्यूल के माध्यम से ऑनलाइन मोटरयान कर जमा करने की सुविधा दी गई है। इज ऑफ डुइंग बिजनेस के अंतर्गत रोड सेफ्टी एण्ड एनफोर्समेंट चेकिंग प्वाइंट से निगरानी पर यह अहम निर्णय लिया गया है। परिवहन विभाग का इस वित्तीय वर्ष में 5693 करोड रुपए का राजस्व संग्रहण का लक्ष्य है। पिछले वित्तीय वर्ष 2024 से 2025 में विभाग ने करीब 4875 करोड रुपए का राजस्व संग्रहण किया था। यह राजस्व वित्तीय वर्ष 2023-24 के मुकाबले 5.83 प्रतिशत अधिक रहा।
प्रदेश में बनाए सुविधा केन्द्र
आमजन की सुविधा के लिए परिवहन विभाग ने वाहनों के रजिस्ट्रेशन, परमिट तथा ड्राइविंग लाइसेंस आदि से संबंधित अधिकतर सेवाओं को एनआईसी के पोर्टल वाहन तथा सारथी से जोड दिया है। इनके माध्यम से फेसलेस सुविधा शुरु की गई है जिसमें आवेदक को कार्यालय जाने की जरूरत नहीं होती। आमजन को परिवहन विभाग की सेवाओं के लिए ऑनलाइन आवेदन करने में सहायता करने के लिए सीएससी सेंटर्स के अतिरिक्त एमपी ऑनलाइन सेंटर्स को भी राज्य सरकार द्वारा सुविधा केन्द्र के रूप में मान्यता प्रदान की गई है।
परिवहन विभाग द्वारा आमजन को एक और सुविधा दी जा रही है। अब आवेदकों को ड्राइविंग लाईसेंस और पंजीयन प्रमाण पत्र इलेक्ट्रानिक रूप में जारी किए जा रहे हैं। इससे वाहनों के पंजीयन प्रमाण पत्र और ड्राइविंग लाइसेंस डिजिटल रूप से सुरक्षित रखे जा सकेंगे।