ब्यूटी पार्लर में मिला बेशकीमती सांप, 3-25 करोड़ की कीमत

सीधी. एक ब्यूटी पॉर्लर से दुर्लभ रेड सैंड बोआ सांप का रेस्क्यू किया गया है। इस सांप का वनज 7 किलो से अधिक और लम्बाई 3 से 4 फीट है। यह लाल या भूरे रंग का पाया जाता है। जो धूप में तांबे जैसा चमकता है। इसका सिर और पूंछ एक जैसे होते हैं। अ्रंर्तराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 3 ़ से 25 करोड रूपये तक है।
घटना शनिवार की रात की है। सांप का पता उस समय चला जब ब्यूटी पार्लरी संचालिका किसी काम से पार्लर के पीछे बने कमरे में पानी लेने गयी तो उन्हें फर्श के कोने में एक मोटा, भूरा और चमकदार सांप दिखाई दिया। सूचना मिलते ही वहां लोगों की भीड़ लग गयी।
शख्स ने वन विभाग को दी खबर
इस बीच भीड़ में से किसी शख्स ने वन विभाग और सर्प रेस्क्यू टीम को खबर दी। टीम ने सांप को पकड़ा और उसकी पहचान रेड सैंड बोआ के रूप में की गयी है। यह सर्प अपनी दुर्लभता और अंर्तराष्ट्रीय बाजार में उच्च कीमत के लिये जाना जाता है। वन विभाग ने उसे रविवार को मुकुंदपुर चिडियाघर में संरक्षित कर दिया है। इसका वीडियो भी सामने आया है।
विषहीन और शांत स्वभाव का सांप
रेड सैंड बोआ को आमतौर पर दो मुंहा सांप भी कहा जाता है, क्योंकि इसकी पूंछ का आकार इसके सिर जैसा होता है। यह एक विषहीन और शांत स्वभाव का जीव है।ये खेतों में चूहों की आबादी को नियंत्रित कर पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हालांकि, अंधविश्वास और अवैध तस्करी के कारण यह प्रजाति विलुप्ति के कगार पर है।
जानें रेड सेंड बोआ के बारे में
यह सांप भारत के अलावा ईरान और पाकिस्तान में पाया जाता है।
यह सांप रेतीली मिट्टी में पाया जाता है। इसका मुंह और पूंछ एक-सी दिखाई देती है, इसलिए इसे दो मुंहा सांप भी कहते हैं।
यह सांप अंधविश्वास के चलते मारा जा रहा है। तांत्रिक लोग इसे तंत्र-तंत्र के लिए मारते हैं।
चीन में भ्रम है कि इसका मांस खाने से सेक्स पावर बढ़ता है, जबकि इन सब बातों से इसका कोई लेना-देना नहीं है।
देश में इसे पकड़ना या मारना क्राइम
भारत में रेड सैंड बोआ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची- IV में शामिल है, यानी इसका पकड़ना, बेचना या मारना कानूनी अपराध है। सीधी जिले में पिछले छह महीनों में यह तीसरा मामला है जब यह सर्प मिला है। वन विभाग अब यह जांच कर रहा है कि यह किसी स्थानीय प्रजनन का परिणाम है या किसी तस्करी नेटवर्क से जुड़ा मामला।