सेना प्रशिक्षण कमान का बड़ा फैसला, सभी सैनिकों को दी जाएगी ड्रोन की ट्रेनिंग

भोपाल. केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आधुनिक युद्ध प्रणाली के लिए मौजूदा तकनीक में निपुणता, नवाचार और अप्रत्याशित चुनौतियों के लिए तैयार रहने को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया है। महू स्थित आर्मी वॉर कॉलेज में रण-संवाद को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता अब केवल एक नारा नहीं, राष्ट्रीय सुरक्षा का अटूट आधार बन गया है। युद्ध, संघर्ष और युद्ध लडने की कला पर आयोजित पहले त्रि-सेवा सम्मेलन में केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बहु क्षेत्रीय परिचालन एवं प्रौद्योगिकी परिप्रेक्ष्य और कैपेबिलिटी रोडमैप के लिए संयुक्त मत जारी किया। उन्होंने सेना के सभी जवानों को ड्रोन प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करने के फैसले को स्वीकार करते हुए इसे परिवर्तनकारी कदम बताया।
सेना का बड़ा फैसला
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारतीय सैनिकों को ड्रोन के प्रशिक्षण संबंधी फैसले का भी जिक्र किया। उन्होंने इस निर्णय को स्वीकार करते हुए कहा कि यह संकल्प नि:संदेह एक परिवर्तनकारी कदम साबित होगा। 2027 तक सेना के सभी जवानों को ड्रोन प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रशिक्षण प्रदान करने का यह निर्णय सेना प्रशिक्षण कमान ने लिया है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रुद्र ब्रिगेड, शक्तिबाण रेजिमेंट, दिव्यास्त्र बैटरी, ड्रोन प्लाटून तथा भैरव बटालियन के गठन की सेना की पहल की भी सराहना की। उन्होंने इस निर्णय को बदलते समय के अनुसार एक आवश्यक कदम बताया।