एयरोडायनामिक डिजाइन, 280 किलोमीटर प्रति घंटा स्‍पीड, बेहद खास होगी भारत में बनी बुलेट ट्रेन

नई दिल्‍ली. वंदे भारत एक्‍सप्रेस जैसी शानदार ट्रेन बनाने के बाद अब भारत हाई-स्‍पीड ट्रेन भी बना रहा है. चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) और बीईएमएल मिलकर हाई-स्पीड ट्रेन सेट्स के डिजाइन से लेकर निर्माण में लगे हैं. भारत में बन रही इस बुलेट ट्रेन की अधिकतम गति 280 किलोमीटर प्रति घंटा होगी. रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि “मेक इन इंडिया” पहल के तहत वंदे भारत ट्रेनों की सफलता के बाद भारतीय रेलवे ने अब हाई-स्पीड ट्रेन सेट्स के डिजाइन और निर्माण का कार्य अपने हाथ में लिया है.

रेल मंत्री ने बताया कि स्‍वदेसी बुलेट ट्रेन निर्माण लागत लगभग 28 करोड़ रुपये प्रति कोच है. जो अन्य ट्रेन सेट्स की तुलना में काफी प्रतिस्पर्धी है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद सुधीर गुप्ता और अनंत नायक द्वारा पूछे गए प्रश्नों का उत्तर देते हुए रेल मंत्री ने कहा कि हाई-स्पीड ट्रेन सेट्स का डिजाइन और निर्माण एक जटिल और तकनीकी रूप से गहन प्रक्रिया है.

बीईएल को दिया गया है ठेका
गौरतलब है कि सरकारी स्वामित्व वाली कंपनी भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEL) को दो हाई-स्पीड ट्रेनों की डिजाइनिंग, निर्माण और संचालन के लिए 867 करोड़ रुपये का ठेका दे दिया गया है. साल 2026 के अंत तक इनके बनने की उम्‍मीद है. प्रत्‍येक ट्रेन में आठ कोच होंगे. प्रत्‍येक कोच को बनाने में 27.86 करोड़ रुपये खर्च होंगे. इस तरह दोनों ट्रेन बनाने का कुल अनुबंध 866.87 करोड़ रुपये का है.

एरोडायनामिक डिजाइन
स्‍वदेशी बुलेट ट्रेन का डिजाइन एरोडायनामिक होगा. यह डिजाइन इसे जल्‍द गति पकड़ने ओर शोर कम पैदा करने में मदद करेगा. इन ट्रेन सेट्स में बेहतरीन सुविधाओं वाली चेयर कार होंगी. स्वचालित दरवाजे, यात्रियों के आराम के लिए अनुकूलित जलवायु परिस्थितियां, सीसीटीवी, मोबाइल चार्जिंग सुविधाएं, उपयुक्त प्रकाश व्यवस्था और अग्नि सुरक्षा उपकरण भी बुलेट ट्रेन के कोच में लगे होंगे. इन ट्रेनों को अंतरराष्‍ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाया जाएगा और सभी आधुनिक सुविधाओं से लैस किया जाएगा ताकि भविष्‍य में इनका निर्यात भी किया जा सके.