दिल्ली मेट्रो के 2 नए कॉरिडोर के लिए 8400 करोड़ का बजट मंजूर, बनेंगे 18 स्टेशन, इन इलाकों को होगा फायदा

नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार को दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण की परियोजना के दो नए कॉरिडोर को मंजूरी दे दी. ये कॉरिडोर लाजपत नगर से साकेत जी-ब्लॉक और इंद्रलोक से इंद्रप्रस्थ होंगे. इससे राष्ट्रीय राजधानी में मेट्रो संपर्क में और सुधार होगा. एक सरकारी बयान के अनुसार, इन दोनों कॉरिडोर  की कुल परियोजना लागत 8,399 करोड़ रुपये है। यह राशि केंद्र, दिल्ली सरकार और अंतरराष्ट्रीय वित्त पोषण एजेंसियों से ली जाएगी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में मंत्रिमंडल ने इन नए कॉरिडोर को मंजूरी दी. इन्हें मार्च 2026 तक विभिन्न चरणों में पूरा किया जाना है. मंत्रिमंडल की बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि नए गलियारों के साथ, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में वर्तमान 427 किमी के मुकाबले कुल मेट्रो नेटवर्क लगभग 450 किमी का होगा.

8400 करोड़ रुपये होंगे खर्च
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बताया कि दो नए कॉरिडोर के लिए 8,400 करोड़ रुपये के कुल खर्च में से भारत सरकार 1,547 करोड़ रुपये देगी. दिल्ली सरकार 1,987 करोड़ रुपये देगी और 4,309 करोड़ रुपये जेआईसीए से ऋण के रूप में आएंगे. इसके अलावा, 333 करोड़ रुपये डीएमआरसी के आंतरिक संचय से और पीपीपी घटक के माध्यम से 195 करोड़ रुपये जुटाये जायेंगे. दिल्ली मेट्रो पहले से ही अपने विस्तार के चौथे चरण के हिस्से के रूप में 65 किमी का नेटवर्क बना रही है.

कौन से होंगे 2 नए कॉरिडोर
मेट्रो विस्तार परियोजना इंद्रलोक और इंद्रप्रस्थ को 12.3 किलोमीटर रेल लाइन और लाजपत नगर और साकेत को 8.3 किलोमीटर रेल लाइन से जोड़ेगी. “इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ग्रीन लाइन का विस्तार होगा और रेड, येलो, एयरपोर्ट लाइन, मैजेंटा, वॉयलेट और ब्लू लाइनों के साथ इंटरचेंज प्रदान करेगा, जबकि लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर सिल्वर, मैजेंटा, को जोड़ेगा. लाजपत नगर-साकेत जी ब्लॉक कॉरिडोर पूरी तरह से ऊंचा होगा और इसमें आठ स्टेशन होंगे, जबकि इंद्रलोक-इंद्रप्रस्थ कॉरिडोर ज्यादातर भूमिगत होगा और इसमें कुल 10 स्टेशन होंगे.