भारतीय ज्ञान परम्परा ने विश्व का किया मार्ग दर्शन : राज्यपाल श्री पटेल

राज्यपाल श्री मंगुभाई पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के अंतर्गत भारतीय ज्ञान परम्परा विविध संदर्भ पर दो दिवसीय कार्यशाला का दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया। शासकीय सरोजनी नायडू कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय भोपाल में हुए शुभारंभ सत्र में उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार, संचालक मध्य प्रदेश हिंदी ग्रंथ अकादमी श्री अशोक कड़ैल तथा सचिव शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास डॉ. अतुल कोठारी ने भी संबोधित किया। अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा श्री के.सी. गुप्ता ने अंगवस्त्रम, तुलसी का पौधा तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया।

शासकीय सरोजिनी नायडू कन्या महाविद्यालय भोपाल के 860.82 लाख के विस्तारीकरण नवीनीकरण और
शासकीय महाविद्यालय सिराली हरदा के 617.82 लाख से बने नवीन भवन का हुआ लोकार्पण

राज्यपाल श्री पटेल एवं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने भारतीय ज्ञान परंपरा विविध संदर्भ कार्यशाला के शुभारंभ अवसर पर रिमोट से शासकीय सरोजिनी नायडू कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय भोपाल के 860.82 लाख के विस्तारीकरण नवीनीकरण और बैरियर-फ्री कार्य तथा शासकीय महाविद्यालय सिराली हरदा के 617.82 लाख की लागत से बने नवीन भवन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव का वर्ष 2021-22 में अखिल भारतीय सकल नामांकन अनुपात (जीईआर 28.4) में मध्यप्रदेश द्वारा राष्ट्रीय स्तर से अधिक उपलब्धि (28.9) प्राप्त करने पर उच्च शिक्षा मंत्री श्री इंदर सिंह परमार द्वारा अभिनंदन पत्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। शुभारंभ सत्र में उच्च शिक्षा विभाग की उपलब्धियों तथा भारतीय ज्ञान परम्परा पर आधारित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी हुआ।

राज्यपाल श्री पटेल ने कहा है कि भारतीय ज्ञान परंपरा ने संपूर्ण विश्व का मार्ग दर्शन किया है। भारत से प्राप्त ज्ञान से ही अरब, यूरोप, मध्य एशिया, पूर्वी और दक्षिण एशियाई देशों में गणित, ज्योतिष, खगोल, चिकित्सा, अध्यात्म संबंधी ज्ञान का प्रसार हुआ है। भारतीय ज्ञान परंपरा पर आधारित पाठ्यक्रम में भारतीय समाज के जीवन मूल्यों, सांस्कृतिक गौरव, मातृभूमि के लिए मर मिटने वाले नायक-नायिकाओं के बलिदान, संघर्ष और संविधान की समावेशी-समता मूलक व्यवस्थाओं की मंशा को भी समेकित किया जाना चाहिए।